बेखौफ बदमाश: जबरन कब्जा करने घर में घुसे 15 बदमाश, परिवार के साथ की जमकर मारपीट, पुलिस ने भी नहीं की मदद!
लखनऊ: राजधानी में बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि न तो उन्हें पुलिस का कोई खौफ है और न ही अदालत का. वहीं ऐसा कहना गलत नहीं होगा की पुलिस का लापरवाही भरा रैवया बदमाशों को शह दे रहा है. ताजा मामला उतरेटिया इलाके का है जहां 10-15 लोग एक घर में घुस गए और दिनदहाड़े खूब उत्पात मचाया.
मिली जानकारी के मुताबिक, घटना लखनऊ के पीजीआई कोतवाली क्षेत्र के उतरेटिया इलाके की है. जहां गुरुवार दोपहर करीब एक बजे शीतल खेड़ा इलाके में बने एक घर में अज्ञात लोगों ने हमला बोल दिया. पीड़ित स्वतंत्र प्रताप चंद्र ने बताया कि दोपहर करीब 1 बजे कुछ लोग घर के अंदर घुस आए. परिवार वालों ने जब उनका विरोध किया तो उनके साथ मारपीट की गई. इतना ही नहीं बदमाशों ने घर के अंदर मौजूद सभी सदस्यों के मोबाइल फोन भी कब्जा लिए. आरोपियों ने दिन दहाड़े घर में घुस कर खूब हुड़दंग मचाया और असलहों के दम पर पूरे परिवार को बंधक बना लिया. साथ ही साथ घर के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर को भी कब्जे में ले लिया.
पीड़ित परिवार के सदस्य स्वतंत्र प्रताप चंद्र के मुताबिक, ये 10 से 15 लोग मकान में कब्जा करने और लूटपाट करने की नियत से घुसे थे. आरोपियों में बाबू कुलदीप, राकेश बहादुर, सतीश मौर्य, संतराम, सौरभ सैनी, ऋषभ सैनी, सुभाष पाल और तनिष्का सैनी समेत 10-15 लोग शामिल हैं. पीड़ित ने बताया कि मकान का विवाद न्यायालय में चल रहा है.
पुलिस पर लगे गंभीर आरोप
स्वतंत्र प्रताप चंद्र ने आरोप लगाया कि उन्होंने मामले की सूचना पीजीआई पुलिस को दी, लेकिन मौके पर पहुंची पीजीआई पुलिस ने कार्रवाई करने के बजाए पीड़ित को ही धमकाना शुरू कर दिया. जिसके बाद मामले की शिकायत एसीपी कैंट अनूप सिंह से की गई. एसीपी कैंट अनूप सिंह की फटकार के बाद पीजीआई कोतवाली में पीड़ित स्वतंत्र प्रताप चंद्र की शिकायत पर आरोपियों को हिरासत में लिया और आरोपियों के खिलाफ डकैती, मारपीट और घर में घुसकर जबरन कब्जा करने के साथ साथ कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया.