जिला जेल से मेडिकल जांच के लिए अस्पताल आए बंदी को मॉल घुमाने के मामले में दोषी पाए जाने पर डीसीपी, मुख्यालय ने गुरुवार को सब इंस्पेक्टर समेत 4 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। जिला जेल में निरुद्ध बंदी फैजुल्लागंज निवासी ऋषभ राय सात मार्च को पुलिस कस्टडी में मेडिकल जांच के लिए बलरामपुर अस्पताल आया था।
दो दिन पहले जब सोशल मिडिया पर कैदी का वीडियो वायरल हुआ, तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में कमिश्नर ने जांच के आदेश दिए। रिपोर्ट के बाद दरोगा समेत चारों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया।
लखनऊ पुलिस आयुक्तालय के एक बयान मुताबिक एसआई रामसेवक के साथ कांस्टेबल नितिन राणा, अनुज धामा और रामचंद्र प्रजापति को अपने ड्यूटी के दौरान लापरवाही के लिए अगले आदेश तक निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस के अनुसार कैदी ऋषभ राय को पिछले साल ही शस्त्र अधिनियम के एक मामले के तहत गिरफ्तार किया गया था उसके बाद से वो जेल में था। कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के कारण कैदी को अदालत ने 7 मार्च को सरकारी अस्पताल में जाने की अनुमति दी थी।
अधिकारी के अनुसार मेडिकल जाँच के बाद कैदी को जेल लाना था लेकिन पुलिस कर्मियों ने अस्पताल से लौटते समय कैदी को एक शॉपिंग मॉल में ले गए जहां का वीडियो सोशल मिडिया पर वायरल हो गया जिसके बाद पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच के आदेश दिये गये हैं।