Ayodhya Ram Mandir: 22 जनवरी को होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, यहां देखें कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल

By  Deepak Kumar January 9th 2024 03:15 PM

Ayodhya Ram Mandir: 22 जनवरी को भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस समारोह को लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले विधिवत पूजा अर्चना की जाएगी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा में मुख्य यजमान होंगे।

बता दें इस प्रक्रिया में रामलला को शीशम के नवनिर्मित पलंग पर शयन कराया जाना है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने शीशन के इस पलंग का निर्माण अयोध्या में ही कराया है। वहीं, वाराणसी के वैदिक आचार्य के अनुसार सिंहासन पर पहले कूर्म शिला और सोने से बना कच्छप़़, ब्रहा शिला का भी अधिवास कराया जाएगा। इसके साथ ही 3 पिंडिका भी रखी जाएंगी। आचार्यों के मुताबिक, इसके अलावा रामलला के आसन के ठीक नीचे श्रीराम यंत्र की प्रतिष्ठा की जाएगी। 

रामलला के आसन की पूजा

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले उनके आसन का पूजन किया जाएगा। रामलला के आसन के नीचे 45 द्रव्य रखे जाएंगे, जिसमें नौ रत्नों में हीरा, पन्ना, मोती माणिक्य, पुखराज व लहसुनिया, गोमेद के साथ-साथ पारा, सप्त धान्य और विविधि औषधियां शामिल हैं। इसके बाद नवीन विग्रह को आसन पर रामलला को प्रतिष्ठित किया जाएगा। गोघृत और शहद मिश्रण से युक्त स्वर्ण शलाका से रामलला आंखों को खुलवाया जाएगा। इसके बाद भगवान को दर्पण दिखाया जाएगा। 

11 यजमान होंगे शामिल

विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता और धर्माचार्य संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी के मुताबिक, आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्राविड़, प्रमुख आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित, अरुण दीक्षित, सुनील दीक्षित, दत्तात्रेय नारायण रटाटे, गजानन जोतकर, अनुपम दीक्षित आदि प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान को संपन्न कराएंगे, जिसमें कुल 11 यजमान शामिल होंगे.

 ये है प्राण प्रतिष्ठा का पूरा कार्यक्रम

  • राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 16 जनवरी से शुरू हो जाएगा. 16 जनवरी को पूजन की प्रक्रिया शुरु होगी।
  • 17 जनवरी को श्रीविग्रह का परिसर भ्रमण कराया जाएगा. उसके बाद गर्भगृह का शुद्धिकरण किया जाएगा।
  • 18 जनवरी से अधिवास का शुभारंभ होगा. इस दौरान दोनों समय जलाधिवास, सुगंध और गंधाधिवास होगा।
  • 19 जनवरी की सुबह फल अधिवास और धान्य अधिवास कराया जाएगा।
  • 20 जनवरी की सुबह पुष्प और रत्न और शाम को घृत अधिवास होगा।
  • 21 जनवरी को प्रात: शर्करा, मिष्ठान और मधु अधिवास और औषधि-शैय्या अधिवास होगा।
  • 22 जनवरी को दिन में रामलला के विग्रह की आंखों से पट्टी हटायी जाएगी. उसके बाद उन्हें दर्पण दिखाने का कार्यक्रम है।

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