Bahraich Violence: महसी क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात, SP-DM और ADG कर रहे निगरानी

By  Raushan Chaudhary October 14th 2024 05:10 PM -- Updated: October 14th 2024 05:17 PM

Bahraich Violence:  उत्तर प्रदेश के बहराइच में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा से पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया है। इस घटना के बाद, प्रशासन ने इंटरनेट सेवा को तुरंत निलंबित कर दिया है ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके। साथ ही प्रशासन ने सुरक्षा को मजबूत करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है। दो एसपी और दो एसएसपी रैंक के अधिकारियों को क्षेत्र में तैनात किया गया है, जबकि दो एएसपी और चार टीएसपी के साथ रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) और पीएसी की कंपनियां भी भेजी गई हैं।

इस समय, क्षेत्र में 10 कंपनियां पीएसी और 2 कंपनियां केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल तैनात की गई हैं। सुरक्षा बलों की यह तैनाती स्थिति को नियंत्रित करने और इलाके में शांति स्थापित करने के उद्देश्य से की गई है। प्रशासन की प्राथमिकता है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के साथ ही नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

क्या है पूरा मामला?


सोमवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान महसी तहसील के हरदी थाना क्षेत्र में दो समुदायों के बीच झड़प हो गई। यह झड़प तब हुई जब डीजे बजाने को लेकर विवाद शुरू हुआ। विवाद बढ़ने पर कुछ लोगों ने छतों से पत्थर फेंकने शुरू कर दिए, जिसके जवाब में गोलियां चलाई गईं। इस गोलीबारी में रामगोपाल मिश्रा नामक युवक को गोली लगी, और वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

प्रदर्शन और प्रशासन की कार्रवाई

रामगोपाल की हत्या की खबर फैलते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए, दुकानों और घरों में तोड़फोड़ शुरू कर दी और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा।

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्या कहा?

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच में हाल ही में हुई हिंसा को लेकर कहा है कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि आरोपियों को शीघ्रता से गिरफ्तार किया जाए। मुख्यमंत्री ने देर रात इस घटना का संज्ञान लेते हुए कहा कि माहौल खराब करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को उपद्रवियों की पहचान करने और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, प्रशासन ने मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम को रोकने का भी निर्णय लिया है।योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद, लखनऊ से एसटीएफ के चीफ अतुल्य भानू और होम सेक्रेटरी संजीव गुप्ता मौके पर पहुंच गए हैं। क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 6 कंपनियां पीएसी भेजी गई हैं।

इस दौरान, एसटीएफ चीफ बहराइच की सड़कों पर उपद्रवियों का पीछा करते नजर आए। उन्होंने एक हाथ में तलब (लाठी) पकड़ी हुई थी, जबकि दूसरे हाथ में कैमरा और मोबाइल था, जिससे वे स्थिति का जायजा ले रहे थे।

पुलिस की कार्रवाई

पुलिस ने रामगोपाल की हत्या के मामले में छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जिसमें प्रमुख आरोपियों के नाम शामिल हैं। अब तक पुलिस ने इस मामले में 30 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है।प्रशासन ने भारी पुलिस बल को तैनात किया है और स्थिति को सामान्य बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। साथ ही, डीएम और एसपी भी घटनास्थल पर मौजूद हैं। सुरक्षा के मद्देनजर, क्षेत्र में पीएसी की 6 कंपनियां भेजी गई हैं। बहराइच में हिंसा के बाद यूपी के एडीजी अमिताभ यश एक्शन मोड में आ गये हैं। लखनऊ से STF के चीफ अमिताभ यश बहराइच पहुंच गए। वो खुद हाथ में पिस्टल लेकर दंगाइयों को दौड़ा रहे हैं. अब तक करीब 30 दंगाई हिरासत में लिए जा चुके हैं।

अखिलेश ने क्या कहा?


बहराइच में हिंसा पर अखिलेश यादव का बयान सामने आया. उन्होनें कहा कि सबसे अपील है जो पक्ष उसमें शामिल है कानून व्यव्स्था बनी रहे. सरकार को न्याय करना चाहिए. एक छोटा अधिकारी हट जाए. उससे कानून ठीक नहीं होगा. प्रशासन को ध्यान रखना चाहिए था जो यात्रा निकल रही है उसका रूट क्या है सुरक्षा के इंतजाम हैं या नहीं है. लाउडस्पीकर पर क्या बज रहा थे ये कहुंगा तो वो कुछ कहेंगे. प्रशासन को ध्यान रखना चाहिए था क्या बजा रहे है, क्या किसी का अपमान कर रहे हैं. शासन की चूक की वजह से घटना हुई. यूपी में बीजेपी के लोग मनमानी कर रहे हैं. ये इनकी वोट की राजनीति है, लोगों से अपील करूंगा ये झगड़ा कराकर बांटने का काम करते हैं.

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