यूपी को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी वाला राज्य बनाने में बैंकिंग सेवाओं के माध्यम से सहयोग कर रहा ये बैंक, वित्तीय वर्ष 2022-23 में 4 लाख करोड़ का आंकड़ा पार
लखनऊ(जय कृष्णा): यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विजन उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी वाला राज्य बनाना है, और बैंक ऑफ महाराष्ट्र प्रदेश वासियों को बैंकिंग क्षेत्र में बेहतरीन सेवाएं देकर इस विजन को साकार करने की दिशा में कार्य कर रहा है। बैंक द्वारा सोमवार को कानपुर देहात जिले में पहली और कानपुर नगर में 5वीं नई शाखा का शुभारंभ किया गया है।
लखनऊ में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बैंक ऑफ महाराष्ट्र के कार्यपालक निदेशक आशीष पाण्डेय ने बताया कि उत्तर प्रदेश हमारे देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। हम जनसामान्य को सर्वोत्तम सेवाएं प्रदान करते हुए यहां अपनी व्यावसायिक संभावनाओं में लगातार संवर्धन कर रहे हैं। आज कानपुर नगर में कल्याणपुर एवं कानपुर देहात में नई शाखा की शुरुआत के बाद उत्तर प्रदेश राज्य में बैंक ऑफ महाराष्ट्र की अब 122 शाखाएं हो गई हैं, जिनका व्यवसाय रु.11,200 करोड़ से अधिक है। बैंक पूरे राज्य में शाखा नेटवर्क को मजबूत करने के लिए और अधिक शाखाएं खोलने की योजना बना रहा है।
बैंक राज्य के विकास का एक अभिन्न स्तंभ बनने के प्रमुख अवसरों पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम राज्य के नीति निर्माताओं के आभारी हैं जो हमारे साथ सक्रिय रूप से जुड़ने और हमें अवसर देने के लिए तैयार हैं। हमें बुनियादी ढांचे के विकास, आवास और शहरी विकास जैसे प्रमुख क्षेत्रों में राज्य के लोगों की सेवा करना, एमएसएमई के लिए ट्रेड्स प्लेटफॉर्म का लाभ उठाना, राज्य सरकार के साथ भागीदारी करने वाले छोटे उद्योगों तक पहुँचना और उनके साथ जुड़ना होगा।
उन्होंने कहा कि हम सरकार को सेवा प्रदान करने के लिए विभिन्न डिजिटलीकरण उपायों को अपना रहे हैं तथा हमने केंद्र और राज्य सरकार सहित अपने संस्थागत ग्राहकों की आवश्यकता के अनुरूप अपनी सेवाएं तैयार की हैं। देश भर में स्थित हमारे विभाग प्रौद्योगिकी के आधार पर संचालित हैं और ग्राहकों की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए “समर्पित सेल" के रूप में कार्य कर रहे हैं।
आशीष पाण्डेय ने बताया कि बैंक विभिन्न सरकारी योजनाओं के माध्यम से राज्य के किसानों, स्व-सहायता समूहों, महिला उद्यमियों और गरीबों, वंचितों और सेवा हितों की आवश्यकताओं को पूरा करते हुए राज्य के सामाजिक उत्थान और अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए समान रूप से प्रतिबंध है। हाल ही में एसएलबीसी उत्तर प्रदेश द्वारा वित्तीय वर्ष 22-23 के दौरान बैंक ऑफ महाराष्ट्र को स्व-सहायता समूहों को ऋण (एसएचजी क्रेडिट लिंकेज) प्रदान करने में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु पुरस्कृत किया गया है।
वित्तीय वर्ष 2022-23 में रु.4 लाख करोड़ का आंकड़ा पार
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में रु.4 लाख करोड़ के व्यवसाय आंकड़े को पार कर लिया है, जो वास्तव में बैंक की यात्रा में एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। वित्तीय वर्ष 22-23 में बैंक के शाखा नेटवर्क में देश भर में 2200 से भी अधिक शाखाएं हो गई हैं। बैंक लगातार वित्तीय वर्ष 20-21, वित्तीय वर्ष 21-22 और वित्तीय वर्ष 22-23 में पीएसबी के बीच व्यापार वृद्धि में शीर्ष कार्य निष्पादन करने वाले बैंक के रूप में उभरा है। आस्ति गुणवत्ता के मामले में बैंक की सकल अनर्जक आस्तियां (GNPA) और निवल अनर्जक आस्तियां (NNPA) क्रमशः 2.47% और 0.25% पर रही हैं, जो पूरे बैंकिंग उद्योग में सबसे कम है। वित्तीय वर्ष 22-23 में बैंक का ऋण-जमा (CD) अनुपात 75% से अधिक रहा है। विभिन्न तकनीक संचालित मॉनिटरिंग टूल्स से बैंक को आस्तियों की गहन निगरानी में मदद मिली है। सभी पीएसबी के बीच बैंक ऑफ महाराष्ट्र के पास बेहतरीन कासा आधार है, जो बैंक की प्रीमियम ग्राहक सेवा को दर्शाता है।
कस्टमर आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन
बैंक ऑफ महाराष्ट्र की ओर से आज होटल मेरियट में शाम 6 बजे से कस्टमर आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कस्टमर आउटरीच कार्यक्रम का उद्देश्य पूर्णतः ग्राहक-अनुकूल कमर्शियल व रिटेल प्रोडक्ट के साथ अपने ग्राहकों को आत्मनिर्भर बनाना और सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूकता निर्मित करते हुए अधिक से अधिक ग्राहकों को इससे जोड़ना है।
"हमें इन कस्टमर कनेक्ट व आउटरीच कार्यक्रमों से दो कारणों से अत्यधिक उत्साहजनक प्रतिसाद प्राप्त हो रहा है - पहला ग्राहक फीडबैक के रूप में, जो बैंक को नई योजनाएं/ उत्पाद तैयार करने और आगे सुधार करने में मदद कर रहा है तथा दूसरा बैंक को मजबूत ग्राहक संरक्षण प्राप्त हो रहा है, जिसके परिणामस्वरूप पर्याप्त व्यावसायिक सहयोग प्राप्त हुआ है।
उन्होंने डिजिटल बैंकिंग चैनलों के बढ़ते महत्व और ग्राहकों की उभरती आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बैंक द्वारा किए गए त्वरित और सक्रिय उपायों पर भी प्रकाश डाला।