बर्ड फ्लू ने ली शेर पटौदी की जान, चिड़ियाघर बंद, सैनिटाइजेशन जारी

By  Mangala Tiwari May 16th 2025 01:45 PM

ब्यूरो: कानपुर चिड़ियाघर में इलाज के लिए गोरखपुर से लाए गए बब्बर शेर 'पटौदी' की बुधवार रात बर्ड फ्लू के कारण मृत्यु हो गई। गुरुवार सुबह कर्मचारियों को शेर मृत अवस्था में मिला। बरेली के भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) ने शेर के नमूनों की जांच के बाद बर्ड फ्लू की पुष्टि की। संक्रमण फैलने की आशंका को देखते हुए शव का पोस्टमॉर्टम नहीं किया गया और वीडियोग्राफी के साथ उसे विद्युत शवदाह मशीन में नष्ट कर दिया गया। चिड़ियाघर में एक मोर की भी रहस्यमय मृत्यु के बाद प्रशासन ने सतर्कता और सख्त कर दी है।


पटौदी को गंभीर हालत में पिछले रविवार को गोरखपुर चिड़ियाघर से कानपुर लाया गया था। चिकित्सकों की टीम उसका इलाज कर रही थी, लेकिन मंगलवार से शेर ने खाना बंद कर दिया और केवल पानी पी रहा था। उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के साथ-साथ लिवर और अन्य अंगों में भी संक्रमण फैल गया था। गोरखपुर में एक सप्ताह पहले बाघिन 'शक्ति' की बर्ड फ्लू से मृत्यु के बाद कानपुर चिड़ियाघर प्रशासन पहले ही सतर्क था। बाघिन की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद चिड़ियाघर को 19 मई तक आगंतुकों के लिए बंद कर दिया गया और सभी बाड़ों को खाली कर सैनिटाइज किया गया।


पटौदी को तत्काल क्वारंटीन में रखा गया था, और डॉ. नासिर के नेतृत्व में चार सदस्यीय चिकित्सा दल उसकी देखभाल कर रहा था। शेर की मृत्यु के बाद डॉ. नासिर, डॉ. बिपिन, और डॉ. विवेक कुमार की उपस्थिति में उसके लिवर, आंत, नाक, और लार के नमूने लिए गए। पशुपालन विभाग के दो चिकित्सकों की मौजूदगी में इस प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की गई, और नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए।


मोर की मृत्यु ने बढ़ाई चिंता:

बुधवार शाम चिड़ियाघर के जंगल सफारी गेट के पास एक मोर मृत पाया गया, जिससे कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। चिकित्सकों ने पीपीई किट पहनकर मोर के नमूने एकत्र किए और शव को नष्ट कर दिया। नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं, और रिपोर्ट से मृत्यु के कारण का पता चलेगा। 


प्रशासन की सतर्कता:

जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए चिड़ियाघर और आसपास के क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। कर्मचारियों को पीपीई किट पहनने और निरंतर सैनिटाइजेशन के निर्देश दिए गए हैं। शेर की अंतिम जांच रिपोर्ट भोपाल से आने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। फिलहाल, चिड़ियाघर में कड़ी निगरानी और साफ-सफाई का कार्य जारी है।

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