परिषदीय स्कूलों को Smart बनाने में जोर दे रही योगी सरकार, सीएम ने 'स्मार्ट शाला, स्मार्ट ब्लॉक' कार्यक्रम का किया शुभारंभ
गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबा गंभीर नाथ प्रेक्षागृह( ऑडिटोरियम) में बेसिक शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश एवं संपर्क फाउंडेशन द्वारा आयोजित संपर्क स्मार्टशाला स्मार्ट ब्लॉक कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने परिषदीय स्कूलों को स्मार्ट बनाए जाने के लिए एलईडी टीवी और गणित के साथ अंग्रेजी के टीचिंग लर्निंग मैटेरियल किट का भी वितरण किया.
परिषदीय स्कूलों को बनाया जा रहा स्मार्ट
दरअसल, परिषदीय स्कूलों को एक-एक करके स्मार्ट बनाया जा रहा है. पहले चरण में नगर क्षेत्र के 58 बेसिक स्कूल स्मार्ट हो चुके हैं. इसी कड़ी में चरगांवा ब्लॉक के 68 स्कूल और जुड़ने जा रहे हैं. बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों को स्मार्ट बनाने के लिए सरकार के साथ संपर्क फाउंडेशन ने भी हाथ बढ़ाया है. पहले चरण में नगर क्षेत्र के विद्यालयों में इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया गया था, बाद में धीरे-धीरे ग्रामीण क्षेत्र के अन्य स्कूलों में भी लागू किया जा रहा है.
इस दौरा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबोधन भी दिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब देश के अंदर डिजिटल इंडिया की बात की तो पहले लोगों को लगता था कि इतने बड़े देश में यह संभव हो पाएगा कि नहीं, लेकिन आज डिजिटल इंडिया के चमत्कारीक परिणाम हम सबके सामने हैं. आज हर एक स्तर पर भारत दुनिया के अंदर इस क्षेत्र में लीडरशिप देने की स्थिति में है और डीवीटी के माध्यम से एक गरीब के पास शासन की सहायता कैसे पहुंचाना है उसके लिए यह बहुत अच्छा माध्यम है, लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में भी यह चमत्कार होगा यह जो सपना था वह साकार हो चुका है और मैं इस बात के लिए संपर्क फाउंडेशन का धन्यवाद करता हूं कि गोरखपुर नगर एवं चरगांवा क्षेत्र में बेसिक शिक्षा परिषद के माध्यम से इस कार्यक्रम का शुभारंभ कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत छह वर्षों में उत्तर प्रदेश ने बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में लंबी छलांग लगाई है. 2017 के पहले बदहाली से जो स्कूल बंदी के कगार पर थे आज उनका कायाकल्प हो चुका है. दृढ़ संकल्प, संसाधन, तकनीकी, नवाचार के समन्वय से शिक्षा के क्षेत्र में चमत्कार का सपना साकार हुआ है. तकनीकी के बेहतर उपयोग वाला निपुण भारत मिशन शिक्षा की गुणवत्ता सुदृढ़ करने में शानदार परिणाम दे रहा है.
इस कार्यक्रम के माध्यम से नगर क्षेत्र के 58 व चरगांवा ब्लॉक के 68 परिषदीय स्कूलों में एलईडी टीवी, गणित व अंग्रेजी किट से आच्छादित किया गया. मुख्यमंत्री ने पांच स्कूलों के शिक्षकों को खुद अपने हाथ से टीएलएम किट प्रदान किया. साथ ही संपर्क फाउंडेशन की पत्रिका का भी विमोचन किया. योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि शिक्षा समाज की नींव है और जब नींव दरक जाएगी तो समाज रूपी भवन कैसे बनेगा. 2017 के पूर्व बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में शौचालय, फ्लोरिंग, पेयजल तक की सुविधा नहीं थी. लगभग 1.56 लाख स्कूलों में 1.34 करोड़ बच्चे जाते थे, शिक्षकों की भारी कमी थी. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने दशा सुधारने का संकल्प लिया और बेसिक व माध्यमिक विद्यालयों में पारदर्शी तरीके से 1.65 लाख शिक्षकों की भर्ती की. कोई भी स्कूल जर्जर न रहे, उनमें फर्नीचर, शौचालय, पेयजल, स्मार्ट क्लास, लाइब्रेरी और डिजिटल लाइब्रेरी हो, इसके लिए मिशन कायाकल्प शुरू किया. आज 1.36 लाख स्कूलों का कायाकल्प हो चुका है. स्कूल जाने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर 1.91 करोड़ हो चुकी है.
स्कूली बच्चों को मिल रहीं सभी सुविधाएं
सीएम योगी ने कहा कि पहले बेसिक स्कूलों के बच्चे नंगे पांव जाते थे, उनके पास यूनिफॉर्म नहीं था. आज सरकार उन्हें सभी सुविधाएं दे रही है. उन्हें दो यूनिफॉर्म, जाड़े में स्वेटर, जूते, बैग दिए जा रहे हैं. अब तो इस सुविधा के लिए रकम उनके अभिभावकों के खातों में डीबीटी से भेजी जा रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब 2017 में वह एमएलसी बने तो अपनी पूरी निधि गोरखपुर नगरीय क्षेत्र के बेसिक स्कूलों में फर्नीचर और शौचालय बनवाने के लिए दे दी. वर्तमान में जीडीए और नगर निगम भी स्कूलों को स्मार्ट बनाने का प्रयास कर रहे हैं. जनप्रतिनिधियों को भी चाहिए कि वे अपने क्षेत्र के स्कूलों में जाएं और वहां के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं कराएं.
टेक्नोलॉजी से बढ़ रही शिक्षा की गुणवत्ता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी की महत्ता पर चर्चा करते हुए कहा कि टेक्नोलॉजी के बेहतर उपयोग से शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता तेजी से बढ़ रही है. उन्होंने कोरोना कालखंड में टेक्नोलॉजी के उपयोग का जिक्र करते हुए कहा कि कोरोना का सबसे अधिक प्रभाव स्कूली शिक्षा पर पड़ा था. तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल इंडिया की जो प्रेरणा दी, उसके इस्तेमाल से बच्चों की शिक्षा में रुकावट नहीं आने दी गई. डिजिटल इंडिया के चमत्कारिक परिणाम हरेक स्तर पर देखने को मिल रहे हैं और भारत लीडरशिप देने की स्थिति में है.
मुख्यमंत्री ने की संपर्क फाउंडेशन के कार्यों की सराहना
सीएम योगी से स्मार्ट स्कूल, स्मार्ट ब्लॉक कार्यक्रम को अभिनव प्रयोग बताते हुए इसके लिए पहल करने वाले संपर्क फॉउंडेशन की सराहना की. उन्होंने कहा कि वास्तव में शिक्षा को रचनात्मक तरीके से रोचक बनाने की जरूरत है ताकि बच्चा स्कूल जाने को खुद आतुर रहे. संपर्क फॉउंडेशन इस दिशा में महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है. उन्होंने कहा कि शिक्षकों ने बच्चों को भावनात्मक स्पर्श दिया तो बच्चों में स्वतः स्फूर्ति जागृत होगी. देश व समाज की नींव को मजबूत करने के लिए हमें शिक्षा को मजबूत बनाना होगा. इसके लिए आवश्यक है कि हम शिक्षा को तकनीकी व नवाचार से जोड़ें. उन्होंने कि गोरखपुर में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में स्मार्ट स्कूल, स्मार्ट ब्लॉक कार्यक्रम के परिणाम को देखने के बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू करने की योजना बनाई जाएगी.
जनता के लिए पढ़ाई, दवाई और कमाई सीएम योगी की प्राथमिकता : रविकिशन
इस अवसर पर सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि प्रदेशवासियों के लिए पढ़ाई, दवाई और कमाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता है और इसमें भी पढ़ाई शीर्ष पर है. बच्चों की पढ़ाई कैसे बेहतर हो, योगी जी हमेशा इस पर चिंतन करते हैं. उन्होंने कहा कि आज बच्चों को तकनीकी आधारित खेल-खेल में शिक्षा देने और उन्हें रचनात्मकता से जोड़ने की जरूरत है. स्मार्ट स्कूल-स्मार्ट ब्लॉक कार्यक्रम शुरू करने के लिए उन्होंने संपर्क फाउंडेशन का आभार जताया.
स्टालों का अवलोकन कर सीएम ने किया उत्साहवर्धन
सीएम योगी ने कार्यक्रम स्थल पर बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से लगाए गए निपुण भारत मिशन व संपर्क फाउंडेशन के स्टालों का अवलोकन किया. स्टालों पर मौजूद बेसिक स्कूलों के बच्चों से आत्मीयता से बातचीत की. उनकी पढ़ाई के बारे में पूछा और उत्साहवर्धन करते हुए खूब पढ़ने को प्रेरित किया. स्टालों पर उन्होंने निपुण भारत मिशन की गतिविधियों और संपर्क फाउंडेशन के कार्यों के बारे में जानकारी ली और शिक्षण में हो रहे नवाचारों की सराहना की.