योगी आदित्यनाथ का प्रशासन को सख्त निर्देश, कोई भी पीड़ित मदद से न रहे वंचित
ब्यूरो: UP News: उत्तर प्रदेश में हाल ही में प्रकृति का रौद्र रूप देखने को मिला, जब तेज हवाओं, मूसलाधार बारिश और ओलों ने जमकर तबाही मचाई। कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए, दीवारें ढह गईं, और खेतों में लहलहाती फसलें बर्बाद हो गईं। इस त्रासदी ने कई परिवारों को गहरे सदमे में डुबो दिया। इस संकट की घड़ी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने त्वरित कार्रवाई के लिए कड़ा रुख अपनाया।
सीएम ने प्रभावित जिलों के अधिकारियों को फौरन हरकत में आने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि अधिकारी कागजी कार्रवाई में न उलझें, बल्कि खुद मैदान में उतरकर पीड़ितों की हर संभव सहायता करें। जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों या पशुओं को खोया, उन्हें तुरंत आर्थिक मदद दी जाए। साथ ही, घायलों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जाएं।
कोई भी पीड़ित मदद से वंचित न रहे: सीएम
मुख्यमंत्री ने फसलों के नुकसान का आकलन तेजी से करने का निर्देश दिया, ताकि किसानों को उचित मुआवजा मिल सके। इसके अलावा, बारिश से हुए जलभराव को दूर करने के लिए तत्काल कदम उठाने को कहा, ताकि आम जनजीवन पटरी पर लौट सके।
क्या हुआ था उस दिन?
बता दें, कल 17 अप्रैल की शाम अचानक मौसम ने करवट ली। अयोध्या, बाराबंकी, गोंडा, अमेठी, बहराइच और बलरामपुर जैसे जिलों में आंधी-तूफान ने कहर बरपाया। कहीं ओलों ने फसलों को नेस्तनाबूद किया, तो कहीं दीवारें गिरने और ट्रॉली पलटने से कुछ मौत के भी आंकड़े सामने आए थे। अब सरकार ने मृतकों के आंकड़े जुटाने और पीड़ितों तक राहत पहुंचाने की प्रक्रिया को तेज करने का निर्देश जारी किया है।