बांके बिहारी मंदिर में भक्तों का सैलाब, प्रशासन की व्यवस्था पूरी तरह फेल, श्रद्धालुओं का बुरा हाल
मथुरा: विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में रविवार को एक बार फिर भक्तों का सैलाब देखने को मिला. दूर दूर तक बांके बिहारी के भक्त दर्शनों के लिए सुबह से ही लाइनों में लग गए. अक्षय तृतीया और रविवार होने के कारण श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली. वहीं बच्चों, बुजुर्ग और महिलाओं को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा.
अक्षय तृतीया को लेकर खास कार्यक्रम
अक्षय तृतीया को लेकर विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर खास कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. जिसमें अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने के लिए दूर दूर से श्रद्धालु पहुंचते हैं. बांके बिहारी मंदिर में भगवान बांके बिहारी के चरण दर्शन के लिए भक्त जन यहां आते हैं. इस दौरान मंदिर में बांके बिहारी को 71 किलो चंदन चढ़ाया गया. आराध्य ठाकुर बांके बिहारी महाराज को चांदनी रंग की पीतांबरी पोषाक और स्वर्ण-रजत बेशकीमती शृंगार करवाया गया.
कई किलोमीटर तक लगी भक्तों की लाइन
वहीं अपने आराध्य के दर्शनों के लिए सुबह 6 बजे से भी भक्तों की कतारें लग गईं. कई किलोमीटर तक लंबी-लंबी लाइनें देखने को मिली. हरि निकुंज चौराहा से भी आगे इस्काॅन रोड पर लंबी लाइन लग गई. मंदिर की गली में पैर रखने तक की जगह नहीं थी. लोग धक्का मुक्की के बीच मंदिर तक पहुंचे. इस दौरान बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग परेशान नजर आए.
प्रशासन की व्यवस्थाएं पूरी तरह फेल
वहीं वृंदावन में प्रशासन की व्यवस्था पूरी तरह से फेल नजर आई. श्रद्धालु सुबह 6 बजे से ही दर्शनों के लिए लाइनों में लगे रहे, लेकिन श्रद्धालुओं को दर्शन नहीं हुए. वहीं श्रद्धालु प्रशासन द्वारा लगाई गई रेलिंग से भी खासा परेशान नजर आए. बता दें अक्षय तृतीय के मद्देनजर कई दिन पहले से ही प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियों में लगा रहा फिर भी वृंदावन में लगातार बढ़ रही भीड़ के दबाव के आगे प्रशासन की व्यवस्था बनाने में नाकाम रहा. वहीं अब प्रशासन अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए कोशिशें कर रहा है और कई किलोमीटर पहले ही वाहनों को रोका जा रहा है.