फर्रुखाबाद: खतरे के निशान से ऊपर गंगा का जलस्तर, 100 के ज्यादा गांव प्रभावित, मची तबाही!

By  Shagun Kochhar July 20th 2023 12:57 PM

फर्रुखाबाद: गंगा नदी रौद्र रूप में है. लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा खतरे के निशान को पार कर गई है. वहीं इसके चलते फर्रुखाबाद में तबाही मची हुई है. 100 से ज्यादा गांव बाढ़ के प्रभावित है और कई स्कूल बंद हैं.


इन रास्तों में भरा पानी

दरअसल, गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण तराई और कटरी क्षेत्र में खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. वहीं बदायू बरेली को जोड़ने वाले हाईवे पर भी 4 फीट तक पानी चल रहा है. जरियनपुर-शाहजहांपुर जाने वाले मुख्य मार्ग पर चौराहार गांव के सामने रोड पर करीब तीन फीट पानी भर गया है. बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में पीएसी फ्लड कंपनी 12ए बटालियन के 26 जवान और चार मोटर वोट ने मोर्चा संभाला है. सड़कों पर पानी होने के कारण ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी हो रही है. इसके चलते प्रशासन ने गांव में बोट चलाना शुरू कर दिया है.


गंगा में लगातार छोड़ा जा रहा पानी

नरौरा बैराज से गंगा में लगातार पांचवें दिन चार लाख क्यूसेक से ज्यादा अधिक पानी छोड़ा गया. इससे गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. पांचाल घाट पुल पर गेज 137.10 मीटर से ऊपर पहुंच चुका है. यहां खतरे का निशान 137.10 मीटर पर है. वहीं रामगंगा नदी का जलस्तर गेज 135.70 मीटर पर पहुंच गया. आज सुबह गंगा में नरौरा बांध से 209501 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. बिजनौर बांध से 90837 क्यूसेक, हरिद्वार बांध से 104263 क्यूसेक पानी छोड़ा गया.  


खेतों में खड़ी फसलें डूबी, गांव पानी-पानी

शमसाबाद क्षेत्र का गांव चितार पानी-पानी हो गया है. इसके चलते करीब 20 परिवारों ने शमसाबाद-जरियनपुर मुख्य मार्ग पर राउटी लगा ली हैं. गांव कमथरी, अचानकपुर, कटरी तौफीक, पलानी दक्षिण, गुटेटी दक्षिण, अजीजाबाद नगरिया, दिलावरगंज पानी से प्रभावित हैं. कटरी तौफीक और रूपपुर मंगलपुर मार्ग टूटने से आवागमन बंद है. गंगा में आई बाढ़ से कई गांव जलमग्न हैं. खेतों में खड़ी फसलें डूब गई है. कई मकान गंगा में समा गए हैं. शमसाबाद-जरियनपुर मुख्य मार्ग पर एक किमी दूरी तक तीन-तीन फीट पानी भरा है. बता दें गंगा नदी और रामगंगा का खतरे का निशान 137.10 पर है.


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