कैसे दिया गया असद एनकाउंटर को अंजाम? स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने किया खुलासा
ब्यूरो: अतीक अहमद के बेटे असद और एक अन्य को यूपी एसटीएफ की टीम ने मार गिराया. झांसी में यूपी एसटीएफ की ये बड़ी कार्रवाई हुई. एनकाउंटर के बाद स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने प्रेस ब्रीफिंग की.
यूपी पुलिस ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
यूपी के कानून व्यवस्था के स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने इसके लिए एसटीएफ की टीम को बधाई दी है. साथ ही उन्होंने बताया है कि कैसे इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया. उन्होंने बताया कि सरकार की अपराध और अपराधियों और माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई की मंशा है. सरकार शुरू से ही जीरो टॉलरेंस की नीति से काम कर रही है. जिसके चलते एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है.
कैसे दिया गया पूरे ऑपरेशन को अंजाम?
डीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि 24 फरवरी को प्रयागराज में बड़ी घटना घटित हुई. जिसमें विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की बीच सड़क पर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई. उन्होंने बताया इसमें हमारे दो बहादुर साथी घायल हुए बाद में शहीद हो गए. उस समय यूपी पुलिस ने विशेष टीमों का गठन किया था और इस घटना के संबंध में 5 लोग पहचाने गए थे. जिसके बाद स्थानीय और मुख्यालय शासन स्तर से इनाम घोषित हुए थे. जिसमें अपराधी अरमान, असद, गुड्डू, शाबिर पर 5 लाख का इनाम थ.
डीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि लगातार हमारी एसटीएफ और सिविल पुलिस की टीमें फॉलो कर रही थी. इस घटना के सम्बंध में पुलिस की टीमें दो महत्वपूर्ण जगहों साबरमती और बरेली गई थी. हमारा मकसद नामजद आरोपियों को प्रयागराज लाना था. यूपी STF को 12:30 से 1 के बीच सूचना मिली कि उमेश पाल हत्याकांड के दोनों आरोपी इसी इलाके में है. सूचना के आधार पर उन्हें घेरा गया. मुठभेड़ में दोनों तरफ से गोलियां चली. मुठभेड़ में दोनों अपराधी घायल हो गए और दोनों ने दम तोड़ दिया. वहीं आरोपियों के पास से अत्याधुनिक हथियार ब्रिटिश बुलडॉग रिवॉल्वर और पिस्टल बरामद हुए हैं.
एनकाउंटर करने वाली टीम की जानकारी
अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और गुलाम का एनकाउंटर करने वाली एसटीएफ की टीम में कुल 12 सदस्य शामिल थे. टीम में दो डिप्टी एसपी, दो कमांडो, दो इंस्पेक्टर, एक एसआई और पांच हेड कांस्टेबल शामिल थे. आगे भी अपराध और अपराधियों के प्रति अनुपालन हमारी stf, ats और सिविल पुलिस आगे भी काम करेगी. उन्होंने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से हमारी stf के साथी ने कठिन परिस्थितियों में एक अच्छे ऑपरेशन को अंजाम दिया है. इस मुठभेड़ में शामिल सभी अधिकारियों को धन्यवाद देता हूं.