भारतीय रेलवे की घोषणा से शादियों की रौनक़ होगी फीकी!

By  Mohd. Zuber Khan December 2nd 2022 01:22 PM

दिल्ली/लखनऊ: इन दिनों शादियों का सीज़न चल रहा है, लेकिन शादियों में शिरकत करने वाले मेहमानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दरअसल भीषण कोहरे के चलते भारतीय रेलवे ने तक़रीबन डेढ़ दर्ज़न ट्रेन तीन महीनों के लिए कैंसिल कर दी हैं। नतीजतन, एक अंदाज़े के मुतबिक़ क़रीब 5000 रेल यात्रियों को दिक्क़तों का सामना करना पड़ेगा। इन यात्रियों में ऐसे लोगों की तादाद ज़्यादा है, जिन्होंने एडवांस में ही अपना टिकट का रिज़र्वेशन करा लिया था। जानकारी के अनुसार, जिन संभावित यात्रियों ने टिकट कैंसिल करा भी दिया है, उन मुसाफ़िरों को दूसरी अन्य ट्रेनों में भी कन्फर्मेशन नहीं मिल रहा है, लिहाज़ा उनकी चिंता और ज़्यादा बढ़ रही है।

भारतीय रेलवे ने इन ट्रेनों को किया कैंसिल:

भारतीय रेलवे ने जिन ट्रेनों को निरस्त किया है, उनमें 12873 हटिया-आनंद विहार, 12874 आनंद विहार-हटिया, 14217-14218 चंडीगढ़-प्रयागराज-संगम-ऊंचाहार एक्सप्रेस, 14005-14006 लिक्षवी एक्सप्रेस, 22197-22198 वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी कोलकाता एक्सप्रेस समेत 18 ट्रेनें शामिल की गई हैं। इसके अलावा प्रयागराज जंक्शन और उत्तर मध्य रेलवे के कई रेलवे स्टेशनों से होकर गुज़रने वाली 26 ट्रेनों के फेरे रेलवे ने कम करने की घोषणा कर दी है।

इसका मतलब ये हुआ कि जो ट्रेनें रोज़ाना चल रही थीं, उनमें से कुछ ट्रेन सप्ताह में 3 से 4 दिन ही चलेंगी, इनमें अजमेर-सियालदह एक्सप्रेस, नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस, दिल्ली-आजमगढ़-छपरा- दुर्ग-सारनाथ जैसी ट्रेनों के नाम शामिल किए गए हैं।

गौरतलब है कि रेलवे फॉग सेफ डिवाइस लगाने के लिए हर साल काफ़ी खर्चा करती रही है, लेकिन इस बार भी कोहरे ने ट्रेनों पर ब्रेक लगाना शुरू कर दिया है। हालांकि रेलवे का दावा था कि कोहरे से निपटने के लिए फॉग सेफ डिवाइस इंजन में लगा दिए गए हैं और बताया ये भी गया था कि यहां से गुज़रने वालीं 978 ट्रेनों में यह डिवाइस लगाया गया है, जिससे ड्राइवर को सिग्नल और ट्रेक की क्लीयरिंग के संकेत डेढ़ किलोमीटर पहले ही मिल जाएंगे, लेकिन कोहरे ने इस टेक्निकल डिवाइस को भी सीधे तौर पर क़ुदरती चुनौती दे डाली है।

ट्रेन रद्द होने से शादियों की रौनक़ होगी फीकी!

ट्रेनों के रद्द होने से शादियों के सीज़न में अपने रिश्तेदारों, परिवारों और दोस्तों के बीच पहुंचने में लोगों को ख़ासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में शादी की तारीख़ पर अगर ये मुसाफ़िर, मेहमान बनकर अपनी मौजूदगी दर्ज नहीं करा पाते हैं, तो शादियों की रौनक़ में कमी देखने को मिल सकती है, क्योंकि शादी के मौक़े पर जब अपने ही नदारद रहते हैं, तो मैरिज ज़ायके की मिठास ख़ुद-ब-ख़ुद कम हो जाती है।

-PTC NEWS

संबंधित खबरें