अवधि संस्कृति को देखना है तो चले आइए 'अवध महोत्सव', घोड़ागाड़ी दौड़ से पतंगबाजी तक का मिलेगा आनंद
प्रदेश की समग्र संस्कृति को बढ़ावा देने के अलावा 18 मार्च से शुरू होने वाले नवाब वाजिद अली शाह अवध महोत्सव के तीसरे संस्करण में घोड़ागाड़ी दौड़, पतंगबाजी और शतरंज प्रतियोगिताओं जैसे पारंपरिक खेलों की मेजबानी की जाएगी। यूपी संगीत नाटक अकादमी और पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित पांच दिवसीय कार्यक्रम पूरे शहर में आयोजित किया जाएगा। हालांकि सांस्कृतिक कार्यक्रम अकादमी के लॉन में होंगे।
साथ ही हेरिटेज वॉक व सेल्फी प्रतियोगिता के माध्यम से पुरातत्व स्थलों व हेरिटेज भवनों को बढ़ावा दिया जाएगा। प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन मुकेश मेश्राम ने यूपीएसएनए में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि अवध से जुड़े ऐतिहासिक साक्ष्यों को बढ़ावा देने के लिए राज्य संग्रहालय में छात्रों का प्रवेश निःशुल्क रहेगा।
मेश्राम ने कहा कि शोधकर्ताओं और विद्वानों ने पाया है कि शतरंज के विकास के पहले निशान कन्नौज में पाए गए हैं। ये कार्यक्रम युवाओं को शहर की समग्र संस्कृति से जोड़ने में मदद करेंगे। अवधी घर का बना भोजन और अवधी पोशाक जैसी कई अन्य प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी।
21 मार्च को अवधी होम कुक्ड फूड फेस्टिवल दो भागों में आयोजित किया जाएगा। घर से लाया गया खाना और मौके पर बना खाना। इसी तरह 19 और 20 मार्च को दोपहर 3 बजे से अवधी पोशाक प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। कार्यक्रम में प्रतिदिन अलग-अलग एक प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा, जिसमें कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों को उनकी पोशाक के आधार पर आंका जाएगा।
सेल्फी प्रतियोगिता के लिए लोगों को कई ऐसे जगहों पर सेल्फी लेने का मौका मिलेगा जहां लोग बेहतर सेल्फी ले सकते हैं। इन जगहों में विरासत भवनों, कुकरैल, चिड़ियाघर आदि आदि शामिल है। ली गई सेल्फी को यूपीएसएनए की वेबसाइट, या अपने इंस्टाग्राम, फेसबुक पेज अपलोड करनी होगी।
महोत्सव का सबसे आकर्षक घोड़ागाड़ी दौड़ का आयोजन सबसे उत्साहित करने वाला होगा। इसका आयोजन 20 मार्च सुबह 7 बजे से शुरू होगा जो लखनऊ विश्वविद्यालय से डालीगंज फ्लाईओवर तक किया जाएगा।