Ramlala Pran Pratishtha: अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा पर रोक लगाने की मांग, इलाहाबाद HC में दायर याचिका

By  Deepak Kumar January 17th 2024 03:33 PM

ब्यूरोः 22 जनवरी को श्रीरामलला के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम होगा। लेकिन इसको लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में निर्माणाधीन मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर रोक लगाने की मांग की गई है।

इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल की गई याचिका में प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर शंकराचार्यों की ओर से उठाई गई आपत्तियों का हवाला दिया गया है। इसे सनातन धर्म की परंपरा के खिलाफ बताया गया है। साथ में याचिका में कहा गया है कि बीजेपी 2024 के लोकसभा के चुनाव का लाभ उठाने के लिए यह समारोह आयोजित कर रही है। साथ में अपील की गई कि इस जनहित याचिका पर तुरंत सुनवाई की मांग की गई है।

बता दें इलाहाबाद हाईकोर्ट में ये याचिका गाजियाबाद के भोला दास की ओर से दाखिल की है, जिसमें उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर शंकराचार्य ने आपत्ति जताई है। पौष महीने में कोई धार्मिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाते हैं। इसके अलावा मंदिर अभी अपूर्ण है। अपूर्ण मंदिर में किसी भी देवी, देवता की प्राण-प्रतिष्ठा नहीं हो सकती है। 

याचिका में कहा गया है कि निर्माणाधीन मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी। यह प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा की जाएगी।इसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हो रहे हैं, जो कि गलत है। याचिका ने अपनी जनहित याचिका में इसके लिए कई आधार बताए हैं। 

इसको लेकर याची अधिवक्ता अनिल कुमार बिंद ने बताया कि पीएम मोदी के कार्यक्रम पर रोक लगाने वाली जनहित याचिका मंगलवार को दाखिल हो गई है। कोशिश की जाएगी कि उस पर हाईकोर्ट जल्दी सुनवाई कर याचिका स्वीकार कर ले। 

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