समाजसेवा के लिए राष्ट्रपति और पीएम ने किया था सम्मानित, आज खुद के इलाज के लिए लोगों से मांग रही मदद
कानपुर: हमारे देश के जनप्रतिनिधियों और प्रशासन को भूलने की बड़ी गंभीर बीमारी है! आम लोगों द्वारा की गई सेवा और सेवादारों को वो बड़ी आसानी से भूल जाते हैं. ये हम यूं ही नहीं कह रहे. क्योंकि कानपुर के राजापुरवा से जो मामला सामने आया है. वो इसकी बानगी कर रहा है.
तस्वीर में लाचार हालत में दिखाई दे रही ये महिला नारी शक्ति सम्मान से अलंकृत समाजसेविका है. यही नहीं इन्हें देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली बुलाकर सम्मानित किया था. वहीं आज अपनी समाज सेवा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति से सम्मान पाने वाली महिला गंभीर बीमारी से जूझ रही है और अपने ही इलाज के लिए तरस रही है.
इस महिला का नाम है कलावती जोकी कानपुर के राजापुरवा की रहने वाली हैं. कलावती के पति का नाम जयराज सिंह है जो कि राजमिस्त्री है. हैरानी की बात ये है कि कलावती गरीब होने के बावजूद भी लोगों की समस्या को देखकर उसका समाधान किया करती थी.
महिलाओं के लिए बनवाया शौचालय
एक बार जब कलावती ने कच्ची बस्ती की महिलाओं की शौच की समस्या को देखकर उनके लिए शौचालय बनवाने का फैसला किया था. जिसके लिए उन्होंने कोशिशे शुरू की और उनके प्रयास भी रंग लाए. ऐसे ही वो कई और गरीब और असहाय लोगों के लिए मददगार बनी. कलावती ने शहर के विभिन्न कच्ची बस्तियों में महिलाओं के लिए लगभग 4 हजार से ज्यादा शौचालय का निर्माण कराया था. जिसकी चर्चा पूरे देश में हुई.
राष्ट्रपति और पीएम ने किया था सम्मानित
यही नहीं कलावती के इस सराहनीय काम की खबर प्रधानमंत्री तक पहुंची तो पीएम मोदी ने उन्हें दिल्ली बुलाकर सम्मानित किया. यही नहीं तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी कलावती को समाज के लिए काम करने के लिए "नारी शक्ति पुरस्कार" दिया. वहीं महामहिम ने कलावती के साथ डिनर कर जीवन भर हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया था.
लेकिन आज कलावती की कोई नहीं कर रहा मदद
लेकिन वक्त का पहिया आज ऐसा घूमा कि लोगों की मदद करने वाली कलावती आज अपने इलाज के लिए लोगों से मदद मांगने के लिए मजबूर हो गई हैं. कलावती पिछले 3 सालों से अस्पताल में एडमिट है. उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है जिसके चलते उनके पास इलाज के लिए पैसे नहीं बचे हैं. हालांकि कुछ छोटे-छोटे सामाजिक संगठन उनकी जरूर मदद कर रहे हैं ऐसे में उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने इलाज के लिए गुहार लगा रही है.
आंखें मूंदे बैठा प्रशासन
हैरानी की बात ये है कि पीएम और राष्ट्रपति से सम्मान पा चुकी महिला कि इस दयनीय स्थिति पर कानपुर जिला प्रशासन के अधिकारियों का ध्यान क्यों नहीं गया. जीवन भर लोगों के लिए काम करने वाली कलावती की मदद करने के लिए आज कोई आगे नहीं आ रहा है.