जानिए कौन हैं IPS राजीव कृष्ण? जिन्हें मिली यूपी पुलिस की कमान, अब तक के सफर की पूरी कहानी

By  Mangala Tiwari May 31st 2025 08:46 PM -- Updated: May 31st 2025 09:00 PM

Lucknow: योगी आदित्यनाथ सरकार ने 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी राजीव कृष्ण को उत्तर प्रदेश का नया कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नियुक्त किया है। राजीव कृष्ण वर्तमान में सतर्कता (विजिलेंस) महानिदेशक के रूप में कार्यरत हैं। निवर्तमान डीजीपी प्रशांत कुमार को सेवा विस्तार नहीं दिया गया है।


राज्य सरकार ने पिछले साल उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (पुलिस बल प्रमुख) के चयन और नियुक्ति के लिए नियमावली 2024 को मंजूरी दी थी, लेकिन इसके तहत अभी तक चयन समिति का गठन नहीं हो सका है। इस स्थिति में प्रशांत कुमार को सेवा विस्तार न मिलने के कारण राजीव कृष्ण को डीजीपी पद के लिए सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा था। वह 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं।


आईपीएस राजीव कृष्ण  का सफर:

लखनऊ निवासी राजीव कृष्ण, जो 20 जून 1969 को जन्मे, यूपी कैडर के 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की और इसके बाद यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त की। 1991 में सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उनका चयन भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के लिए हुआ। 1993 में आईपीएस के रूप में उनकी नियुक्ति पक्की हुई, और 10 अक्टूबर 1995 को उन्हें सीनियर स्केल में पदोन्नति मिली। 


इसके बाद, 9 अगस्त 2005 को वे सेलेक्शन ग्रेड में पदोन्नत हुए। 7 अगस्त 2007 को उन्हें डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (डीआईजी) और 9 नवंबर 2010 को इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) के पद पर पदोन्नति दी गई। 1 जनवरी 2016 को राजीव कृष्ण को अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) बनाया गया। हाल ही में, 1 फरवरी 2025 को उन्हें महानिदेशक (डीजी) के पद पर पदोन्नत किया गया था।


अपराध नियंत्रण में अहम भूमिका:

आगरा में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के रूप में कार्यरत रहते हुए राजीव कृष्ण ने बीहड़ों में सक्रिय अपहरण गिरोहों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की। अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) के तौर पर उन्होंने ‘ऑपरेशन पहचान’ ऐप के माध्यम से अपराधियों की पहचान और निगरानी को आधुनिक तकनीक से जोड़ा। महिला सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने एंटी-रोमियो दस्ते और महिला बीट की ऑनलाइन निगरानी प्रणाली लागू की।


IRS हैं पत्नी मीनाक्षी सिंह:

आईपीएस अधिकारी राजीव कृष्ण की पत्नी, मीनाक्षी सिंह, भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) की एक वरिष्ठ अधिकारी हैं और वर्तमान में लखनऊ में आयकर आयुक्त के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं। उनका परिवार विभिन्न सरकारी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण पदों पर प्रतिष्ठित है। उनके साले, राजेश्वर सिंह, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के पूर्व अधिकारी रह चुके हैं। स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया और अब लखनऊ की सरोजिनी नगर विधानसभा सीट से विधायक हैं। इसके अतिरिक्त, उनकी साली, लक्ष्मी सिंह, भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की वरिष्ठ अधिकारी हैं और वर्तमान में गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) में पुलिस आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं।


पुनः कार्यवाहक डीजीपी की भूमिका में राजीव कृष्ण:

1991 बैच के आईपीएस अधिकारी राजीव कृष्ण यूपी पुलिस के कैडर सूची में 12वें स्थान पर हैं। इस कारण, संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा उन्हें स्थायी पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के रूप में अभी मान्यता नहीं दी जा सकेगी। इसके लिए उन्हें मार्च 2025 तक प्रतीक्षा करनी होगी, क्योंकि तब तक डीजी रैंक के कई वरिष्ठ अधिकारी सेवानिवृत्त हो चुके होंगे।

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