छात्रवृत्ति घोटाला: केंद्र की तरफ से दिव्यांग छात्रों को जारी की गई करोड़ों की छात्रवृत्ति, किसी स्तर पर सत्यापन नहीं
लखनऊ/जय कृष्ण: छात्रवृत्ति घोटाले की जांच कर रही एसआईटी टीम की जांच में कई बड़े अफसर भी जांच की जद में आ गए हैं। इसमें केंद्र के एक प्रमोटी आईएएस संबंधित जिलों के समाज कल्याण अधिकारी और डीआईओएस शामिल हैं। इनकी भूमिका की जांच की जा रही है। अगर सुबूत मिले तो उन पर कानूनी कार्रवाई तय है। उनकी भूमिका की जांच एसआईटी की ओर से की जा रही है। इनके खिलाफ सबूत इकट्ठा किए जा रहे हैं। इसके बाद इन पर कार्रवाई शुरू की जाएगी। विभागीय सूत्रों का कहना है कि इस छात्रवृत्ति घोटाले में दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की ओर से दिव्यांग छात्रों के नाम पर छात्रवृत्ति ली गई। छात्रवृत्ति घोटाले में एक बड़ी रकम दिव्यांग छात्रों के नाम पर ली गई। सूत्रों के मुताबिक संबंधित संस्थान दिव्यांग विद्यार्थियों की डिटेल विभाग के पोर्टल पर भरते गए और उनके खाते खुलवाए और उसमें विभाग की ओर से जो छात्रवृत्ति दी गई उसे निकालकर हड़प ली।
एक आईएएस, डीआईओएस व समाज कल्याण अधिकारी जांच की जद में
हैरत यह, कि किसी भी स्तर पर संस्थानों से उपलब्ध छात्रों के ब्योरे का सत्यापन नहीं कराया गया। इससे साजिश की आशंका बढ़ रही है। इसमें केंद्र के एक प्रमोटी आईएएस का नाम भी सामने आया है और जांच उन तक पहुंच गई है। अब पहले एसआईटी नामजद आरोपियों पर कार्रवाई कर चार्जशीट दाखिल करेगी। फिर अन्य लोगों की भूमिका जांचेगी। अगर विभागीय लापरवाही होगी तो संबंधित विभाग के उच्चाधिकारियों को जानकारी देगी।
इसलिए ये अफसर रडार पर आए...
एक-एक इंटर कॉलेज ने एक-एक सेशन में सौ से अधिक दिव्यांग छात्रों का दाखिला दिखाया। ऐसे में उसको शिक्षा विभाग समाज कल्याण अधिकारी की तरफ से सत्यापित नहीं किया गया। यहां से भी वृत्ति रिलीज होती गई। इसलिए हरदोई में हुए घोटाले में तत्कालीन डीआईओएस में समाज कल्याण अधिकारी जांच की जद में आ गए हैं। ऐसे करीब पांच अफसर जांच के दायरे में हैं।
इनकी भूमिका की भी जांच
हरदोई के आरपी इंटर कॉलेज की प्रबंधक पूनम के भाई अभिनव कनौजिया को एसआईटी ने जेल भेजा है। एसआईटी की जांच में सामने आया कि कागजों पर पूनम का नाम है। जबकि पूरा काम अभिनव देखता था इसलिए उस पर कार्रवाई की गई है। हालांकि पूनम को क्लीन चिट नहीं दी है अगर साक्ष्य मिले तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। एफआईआर में फिनो बैंक के कर्मचारी व एजेंट भी आरोपी है। सूत्रों के मुताबिक एसआईटी की अब तक की उनकी जांच में घोटाले की साजिश की कोई भूमिका नहीं मिली है।
हरदोई के दो कॉलेजों ने हड़पी 2.65 करोड़ की छात्रवृत्ति
छात्रवृत्ति घोटाले में शामिल हरदोई के दो इंटर कॉलेजों के प्रबंधन ने 350 छात्रों की करीब 2.65 करोड़ की छात्रवृत्ति हड़प ली है। एसआईटी इसका खुलासा हुआ है। इसके साक्ष्य मिलने के बाद ही एसआईटी ने बुधवार को एक प्रबंधक, दूसरे प्रबंधक के भाई और एक नोडल अफसर को गिरफ्तार कर जेल भेजा था जांच में नामजद आरोपियों में से चार के खिलाफ ठोस सुबूत मिले है उनको भी जल्द गिरफ्तारी संभव है।