मथुरा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा भगवान भरोसे, बिना सुरक्षा मानकों के चलाए जा रहे होटल, सो रहा दमकल विभाग!
मथुरा: मथुरा-वृन्दावन में श्रद्धालुओं की सुरक्षा भगवान भरोसे है! ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि यहां रोजाना लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शनों के लिए आते हैं, लेकिन यहां बिना सुरक्षा मानकों के ही गेस्ट हाउस और होटल चल रहे हैं. जोकि सुरक्षा के नजर से एक बहुत बड़ी लापरवाही है.
दरअसल, कान्हा की नगरी मथुरा वृंदावन में हजारों की संख्या में श्रद्धालु रोजाना पहुंचते हैं. लोग अपने परिवार सहित बांके बिहारे के दर्शनों के लिए आते हैं. वहीं मथुरा पहुंचने के बाद अपने परिवार सहित रोकने के लिए गेस्ट हाउस और होटलों का रुख करते हैं, लेकिन जिन गेस्ट हाउस और होटल्स में लोग जा रहे हैं, उनमें से अधिकतर बिना सुरक्षा मानकों के संचालित किए जा रहे हैं.
बिना सुरक्षा मानकों के चलाए जा रहे होटल
जानकारी के मुताबिक, होटल और गेस्ट हाउस में किसी तरह के सुरक्षा मानकों का प्रयोग नहीं किया जा रहा है. मथुरा के रेलवे स्टेशन के पास वाले क्षेत्र में सकरी गलियों में गेस्ट हाउस और होटल संचालित किए जा रहे हैं. जिनमें प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु आकर रुकते हैं. होटल और गेस्ट हाउस में आगजनी की घटनाएं होती रहती हैं.
दमकल विभाग पर भी लापरवाही का आरोप
ऐसी स्थिति में मथुरा वृंदावन में जो गेस्ट हाउस और होटल सकरी गलियों में संचालित किया जा रहे हैं, उन तक दमकल विभाग की गाड़ी तक नहीं पहुंच सकती है. इस बात की पूरी तरह से जानकारी है उसके बावजूद भी संकरी गलियों में चल रहे गेस्ट हाउस और होटलों पर किसी तरह की कोई भी कार्रवाई दमकल विभाग द्वारा नहीं की जाती है. कोई भी अप्रिय घटना होने की स्थिति में दमकल विभाग किसी तरह की कोई भी मदद संकरी गलियों में संचालित किया जा रहे गेस्ट हाउस और होटल तक नहीं पहुंच पाएगा. उस स्थिति में सवाल ये है कि जो जनहानि होगी इसका जिम्मेदार कौन होगा?
सीएफओ को नहीं है गेस्ट हाउस के बारे में जानकारी
वहीं जब इस संबंध में जब सीएफओ से बात की गई तो उन्हें इस बात की जानकारी ही नहीं है कि मथुरा जनपद में कितने गेस्ट हाउस होटल संचालित हो रहे हैं कितने गेस्ट हाउस और होटल की एनओसी दमकल विभाग द्वारा दी गई है.
पिछले साल मथुरा जनपद में 6 करोड़ श्रद्धालु ठाकुर जी के दर्शन करने आए थे. श्रद्धालुओं की संख्या लगातार मथुरा वृंदावन में बढ़ती जा रही है. उसके बावजूद भी मथुरा का दमकल विभाग आंख बंद करके बैठा हुआ है और किसी तरह का कोई भी चेकिंग अभियान या अन्य कोई कार्रवाई इन गेस्ट हाउस और होटल पर नहीं की जा रही. वहीं अगर कोई हादसा होता है तो इसका खामियाजा किसी दिन श्रद्धालुओं को भुगतना पड़ सकता है.