यूपी सरकार ने 30 हजार स्मार्ट स्कूल बनाने का रखा लक्ष्य, 2 हजार करोड़ रुपया निर्धारित
उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग ने घोषणा की कि उसका लक्ष्य यूपी के 30,000 स्कूलों को स्मार्ट स्कूलों में बदलना है। विभाग ने एक और महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है जिसमें राज्य के 2 लाख प्राथमिक शिक्षा विद्यालयों को एक-एक टैबलेट उपलब्ध कराना शामिल है। विभाग का दावा है कि इस दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।
राज्य में पहले से ही स्मार्ट कक्षाओं वाली 12,000 स्कूल हैं। यह घोषणा उत्तर प्रदेश सरकार के यह कहने से ठीक पहले आई थी कि उसने राज्य में प्राथमिक और उच्च-प्राथमिक विद्यालयों के विकास के लिए 2,000 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग ने एक ट्वीट में लिखा कि यूपी में 2 लाख प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को 2 लाख टैबलेट देने और ऐसे 30 हजार संस्थानों को पूरी तरह से स्मार्ट स्कूलों में बदलने का लक्ष्य है। ट्वीट में आगे कहा गया है कि 12,000 स्कूलों को स्मार्ट क्लास से लैस किया जा चूका है।
यह लक्ष्य प्री-प्राइमरी से कक्षा 8 तक स्कूलों को अपग्रेड करके छात्रों के कौशल विकास में सुधार करने के यूपी सरकार के उद्देश्य के अनुरूप है। 12 मार्च को हिंदुस्तान टाइम्स ने बताया कि यूपी सरकार ने यह भी घोषणा की कि उसने विकास के लिए 1,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
यूपी स्कूली शिक्षा के महानिदेशक विजय किरण आनंद ने कहा कि लगभग 1.42 करोड़ रुपये की राशि के साथ प्रत्येक समग्र स्कूल में बुनियादी सुविधाओं के उन्नयन के लिए एक प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि पहले चरण में लगभग 704 परिषद बेसिक शिक्षा विभाग के लिए आवंटित बजट से स्कूलों को मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट स्कूल के रूप में क्रमोन्नत किया जाएगा।