यूपी सरकार ने रखा एक ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य, ये है CM योगी का मास्टर प्लान!
उत्तर प्रदेश ने हाल ही में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों और वित्तीय वर्ष 2023-2024 के लिए 6.90 लाख करोड़ रुपये के ऐतिहासिक बजट को प्राप्त किया. जिसके मद्देनजर अब राज्य सरकार प्रदेश को 2027 तक देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था रूप में स्थापित करने के लिए तैयारी कर रही है.
इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को अगले चार सालों में राज्य के आर्थिक विकास से संबंधित सभी महत्वपूर्ण विभागों के समन्वय से 10 क्षेत्रों पर खास ध्यान देने को कहा है. सीएम ने 10 विभागों पर एक विस्तृत कार्य योजना तैयार करने का निर्देश जारी किए हैं. ये एक ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर यानी 82 लाख करोड़ रुपये की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए किया जाएगा.
ये हैं वो 10 क्षेत्र
कानून और व्यवस्था, कृषि उत्पादन, सामाजिक सुरक्षा, बुनियादी ढांचा और औद्योगिक विकास, शहरी विकास, ग्रामीण विकास, चिकित्सा और स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यटन और संस्कृति और राजस्व संग्रह ये वो 10 क्षेत्र हैं जिन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपनी प्रायोरिटी लिस्ट में शामिल किया है.
ये है सीएम योगी का प्लान!
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिशन मोड में कार्ययोजना तैयार करते हुए अधिकारियों को अगले चार सालों के लिए कार्यक्रमों को तेज गति से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. इसके लिए हर सेक्टर की जिम्मेदारी अतिरिक्त मुख्य सचिव स्तर के अनुभवी अधिकारी को दी गई है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को हर क्षेत्र के लिए लघु और दीर्घकालीन दोनों प्रकार की कार्ययोजना तैयार करने और इसके सफल क्रियान्वयन के लिए निरंतर निगरानी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.
'चौथी औद्योगिक क्रांति का मुख्य केंद्र बनेगा उत्तर प्रदेश'
पिछले तीन सालों में कोरोना महामारी के दौरान ये देखा गया कि जब आर्थिक मंदी पूरी दुनिया में छाई थी तब वित्तीय अनुशासन और सरकार के कड़े प्रयासों की बदौलत 2021-22 में उत्तर प्रदेश की जीएसडीपी में 16.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. इसलिए ऐसा कहना गलत नहीं होगी कि राज्य को 82 लाख करोड़ से ज्यादा की अर्थव्यवस्था बनाने के विशाल लक्ष्य को पूरा करने के लिए योगी सरकार के पास बड़ा आधार है. यही नहीं उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 8 प्रतिशत योगदान देता है, यूपी देश में सबसे उपजाऊ भूमि, प्रचुर मात्रा में जल संसाधन और एक युवा आबादी के साथ-साथ देश के सबसे बड़े उपभोक्ता और श्रम बाजारों से संपन्न है. इतना ही नहीं, देश की कुल कृषि भूमि का 12 फीसदी और खाद्यान्न उत्पादन में 20 फीसदी का हिस्सा उत्तर प्रदेश के हिस्से है.