UP News: लखनऊ में ASP के इकलौते बेटे की दर्दनाक मौत, तेज रफ्तार एसयूवी गाड़ी ने रौंदा, दो आरोपी गिरफ्तार

By  Deepak Kumar November 22nd 2023 10:51 AM

लखनऊः उत्तर प्रदेश की राजधानी के गोमतीनगर थाना क्षेत्र के G20 रोड पर एडिशनल एसपी श्वेता श्रीवास्तव के बेटे नामिश श्रीवास्तव की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई। नामिश सुबह अपनी मां के साथ स्केटिंग सीखने के लिए निकला था, तभी जनेश्वर मिश्रा पार्क के पास तेज रफ़्तार सफेद रंग की एसयूवी गाड़ी ने उसे टक्कर मार दी। टक्कर लगने से नामिश गंभीर रूप से घायल हो गया। एडिशनल एसपी श्वेता श्रीवास्तव अपने बेटे को लेकर निजी अस्पताल पहुंची, लेकिन तब तक नामिश की मौत हो चुकी थी। 


स्केटिंग सीखने के लिए घर से निकलता था एएसपी का बेटा

जानकारी के मुताबिक, पुलिस मुख्यालय में तैनात एडिशनल एसपी श्वेता श्रीवास्तव का बेटा रोज सुबह स्केटिंग सीखने के लिए घर से निकलता था। मंगलवार को सुबह करीब 5:30 बजे भी वह अपने घर से निकला था। इस दौरान एडिशनल एसपी श्वेता श्रीवास्तव और स्केटिंग ट्रेनर साथ में मौजूद थे। इस दौरान तय हुआ कि स्केटिंग की प्रैक्टिस जनेश्वर मिश्रा पार्क के पास G 20 रोड पर होगी। नामिश प्रैक्टिस कर रहा था तभी उल्टी दिशा से आ रही तेज रफ्तार सफेद रंग की एसयूवी गाड़ी ने टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद नामिश करीब 15 फीट तक हवा में उछल गया। हादसे के बाद आनन फानन में नामिश को निजी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ॉ

गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज

हादसे में नामिश की मौत के बाद पूरे पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई। 10 वर्षीय नामिश श्रीवास्तव एडिशनल एसपी श्वेता श्रीवास्तव का इकलौता बेटा था। हादसे की जानकारी मिलने के बाद डीजीपी विजय कुमार और स्पेशल डीजे प्रशांत कुमार समेत कई आला अधिकारी श्वेता श्रीवास्तव के घर पहुंचे। स्थानीय पुलिस ने इस मामले में गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

पुलिस ने दोनों आरोपियों को किया गिरफ्तार

स्थानीय पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से टक्कर मारने वाली गाड़ी की शिनाख्त की। पुलिस के मुताबिक सफेद रंग की एसयूवी महेंद्रा 700 गाड़ी कानपुर के ज्वेलर्स अंशुल वर्मा की है, जिसका गाड़ी नंबर UP 32 NT 6669 है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों सार्थक सिंह और देवश्री वर्मा को गिरफ्तार किया है। गाड़ी देवश्री वर्मा के चाचा अंशुल वर्मा की है, जिसे सार्थक सिंह चला रहा था। टक्कर मारने वाली एसयूवी गाड़ी को हाल ही में खरीदा गया था। दोनों आरोपी एसयूवी गाड़ी की अधिकतम रफ्तार देखना चाहते थे। हालांकि उससे पहले हादसा हो गया। 

आरोपी सार्थक सिंह एमिटी यूनिवर्सिटी में बीबीए और देवश्री वर्मा इंजीनियरिंग का छात्र हैं। सार्थक के पिता रविन्द्र सिंह बाराबकी जिले के रामनगर सीट से जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं। दोनों घरवालों को बिना बताए गाड़ी का टेस्ट ड्राइव करने निकले थे।

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