UP News: लखनऊ में सीएम योगी ने की उच्चस्तरीय बैठक, GBC 4.0 की तैयारियों की समीक्षा
ब्यूरोः आज यानी मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में आगामी 19-21 फरवरी को प्रस्तावित ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (GBC) 4.0 की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि यह आयोजन प्रदेश की 25 करोड़ जनता की आकांक्षाओं, युवाओं की अपेक्षाओं को पूरा करने के साथ-साथ प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 01 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव साबित होने वाला है। मुख्यमंत्री जी ने विभागवार और जनपदवार निवेश प्रस्तावों की समीक्षा करते हुए विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, औद्योगिक विकास प्राधिकरणों के CEO आदि को GBC 4.0 के सफल आयोजन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में सीएम योगी ने कहा कि आगामी 19-21 फरवरी तक इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान लखनऊ में 3 दिवसीय ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन होने जा रहा है। पहले दिन 19 फरवरी को प्रधानमंत्री द्वारा एक साथ ₹10 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्तावों के जमीनी क्रियान्वयन की शुरुआत होगी। इस अवसर पर उद्योग जगत के अनेक प्रतिष्ठित समूह, सीईओ, निवेशकों आदि की गरिमामयी उपस्थिति होगी। इस समारोह की गरिमा और महत्ता के दृष्टिगत सभी आवश्यक प्रबन्ध कर लिए जाएं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में 10-12 फरवरी 2023 को यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का सफल आयोजन हुआ। इस आयोजन में 10 कन्ट्री पार्टनर, 40 देशों के 1000 से अधिक विदेशी प्रतिनिधियों, पार्टनर कंट्री के 04 मंत्रीगण, 17 केंद्रीय मंत्रीगणों, राजदूतों/उच्चायुक्तों और 25000 से अधिक डेलीगेट्स सहित राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों और अन्य गणमान्य महानुभावों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता कर उत्तर प्रदेश का मान बढ़ाया। साथ में कहा कि यह आयोजन हमारी 25 करोड़ जनता की आकांक्षाओं, युवाओं की अपेक्षाओं को पूरा करने के साथ उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को $1 ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव साबित होने वाला है।
सीएम योगी ने कहा कि नया उत्तर प्रदेश 'उद्यम प्रदेश' बनकर, भारत के ग्रोथ इंजन के रूप में देश के विकास को सतत गति दे रहा है। वर्ष 2018 में इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन के बाद जब पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी आयोजित हुई थी। अपनी पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में ₹60 हजार करोड़ के निवेश प्रस्तावों का क्रियान्वयन कराने वाला उत्तर प्रदेश आज 06 वर्ष बाद जीबीसी@IV में ₹10 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्तावों की ग्राउंड ब्रेकिंग के लिए पूरी तरह से तैयार है। यह ट्रांसफॉर्मेशन, यह बदलाव, यही स्पीड आपके 'नए उत्तर प्रदेश' की पहचान है।
सीएम योगी ने कहा कि जीबीसी 4.0 में 500 रुपये करोड़ से अधिक की 262 परियोजनाएं सम्मिलित हैं, जबकि 100-500 करोड़ रुपये तक की 889 औद्योगिक परियोजनाएं जमीन पर उतरेंगी। प्रदेश के सभी 75 जनपद इससे लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि GBC 4.0 में 3,500 से अधिक इंवेस्टर्स उपस्थित होंगे। साथ ही, अनेक केंद्रीय मंत्रीगणों, विभिन्न राजदूतों, जनप्रतिनिधिगणों की सहभागिता होगी। अति विशिष्ट जनों के सुरक्षा व सत्कार प्रोटोकाल का पूर्णतः अनुपालन किया जाए। CM Fellow की काउंसलिंग/ट्रेनिंग प्रदान कर उन्हें इन अतिविशिष्ट जनों के साथ संबद्ध किया जाए। औद्योगिक जगत के शीर्षस्थ जनों, उद्यमियों, निवेशकों आदि गणमान्य जनों की आवासीय व्यवस्था, भोजन, आवागमन, पार्किंग आदि के समुचित प्रबंध किए जाएं: #UPCM
उन्होंने निर्देश दिया कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के पूर्व सेवानिवृत्त आईएएस/आईपीएस/आईएफ़एस अधिकारियों, कुलपतिगणों के सहयोग से विभिन्न विश्वविद्यालयों/कॉलेजों में युवाओं के साथ इन्वेस्टर्स समिट की उपयोगिता, महत्ता, प्रभाव के बारे में संवाद का अभिनव प्रयास किया गया था। इससे अच्छा संदेश गया। जागरूकता बढ़ी। जीआईएस से हमारे युवाओं का जुड़ाव बढ़ा। इस बार GBC के पूर्व 16-17 फरवरी के बीच ऐसे प्रयास करने चाहिए।
GBC 4.0 के दृष्टिगत पूरी राजधानी लखनऊ को सजाया जाए। स्वच्छता का परिवेश हो। स्पाइरल लाइट लगाई जाएं। टैक्सी स्टैंड तथा होर्डिंग आदि व्यवस्थित रखें। शहीद पथ पर CCTV फंक्शनल रहें। पूरे VVIP रूट का CCTV कवरेज किया जाए। अराजक तत्वों पर कड़ी निगरानी की जाए। मुख्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रेरक संबोधन का सभी जनपदों में सीधा प्रसारण कराया जाए। इसके लिए स्क्रीन लगाई जाएं। जिलाधिकारी द्वारा स्थानीय उद्यमियों/व्यापारियों को आमंत्रण पत्र भेजा जाए। यहां जनप्रतिनिधिगणों को भी आमंत्रित किया जाए।
उन्होंने कहा कि 20 और 21 फरवरी को विभिन्न विषयों पर सेक्टोरल सेशन आयोजित होने हैं। ज्ञानार्जन की दृष्टि से अत्यंत उपयोगी इस समारोह में विभिन्न तकनीकी, प्रौद्योगिकी और प्रबंधन संस्थानों के छात्रों को आमंत्रित करें। उनके आवागमन की समुचित व्यवस्था की जाए। सभी अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव अपने विभागीय मंत्रीगण के नेतृत्व में अपने सम्बंधित विभागों को प्राप्त हर एक औद्योगिक निवेश प्रस्ताव की तत्काल समीक्षा करें।