UP: यूं ही नहीं योगी की तारीफ करती है जनता और नेतृत्व, नाम ही काफी है, काम तो सोने पर सुहागा

By  Rahul Rana April 26th 2024 09:38 AM

ब्यूरो: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम ही काफी है। चाहने वालों के लिए भी और न चाहने वालों के लिए भी। बतौर मुख्यमंत्री अगर उनके सात साल के कार्यों को जोड़ दें तो यह 'सोने पर सुहागा' मुहावरे को चरितार्थ करता है। इसीलिए उनकी तारीफ न केवल जनता बल्कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व भी अक्सर करता रहता है।

हाल ही में अलीगढ़ की चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योगी आदित्यनाथ की खूब तारीफ की। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं काशी से सांसद हूं। इसलिए योगी मेरे भी मुख्यमंत्री हैं। मुझे गर्व है कि वे मेरे साथी हैं वे विकास पुरुष हैं। उन्होंने प्रदेश के विकास को नई ऊंचाई दी। उनकी सरकार में किसी अपराधी की हिम्मत नहीं कि वह नागरिकों का अमन चैन बिगाड़ सके। लगे हाथ प्रधानमंत्री ने योगी सरकार की सफलतम योजना एक जिला, एक उत्पाद (ओडीओपी) और परंपरागत हुनर से जुड़े वर्ग के लिए विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना की भी तारीफ की।

विधानसभा चुनावों में भी मोदी सहित शीर्ष नेतृत्व ने की थी योगी की तारीफ

ऐसा पहली बार नहीं है। 2022 में हुए उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव में भी योगी के कामकाज, खासकर कानून व्यवस्था के बाबत उनके द्वारा उठाए गए कदम, विकास की गति को आगे बढ़ाने के लिए सिस्टम को तेज करते हुए उसे पारदर्शी बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी सहित सभी शीर्ष नेताओं ने योगी की तारीफ की थी। इस संदर्भ में  विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के बयान काबिले गौर हैं।

मसलन 2022 के विधानसभा चुनाव के आलोक में कुशीनगर में पीएम मोदी ने कहा था, 'योगी के नेतृत्व में यूपी में ऐसी सरकार है जिससे माफिया माफी मांगता फिर रहा है। इसका दर्द उनको से संरक्षण देने वालों को हो रहा है। यह सरकार भू माफिया के मंसूबों को ध्वस्त कर रही है जो पहले गरीबों वंचितों शोषित और पिछड़ों की जमीन पर कब्जा करते थे। जब कानून का राज होता है, अपराधियों में डर होता है तो विकास का लाभ भी सभी लोगों तक तेजी से पहुंचता है। इसे योगी जी की पूरी टीम जमीन पर उतारकर दिखा रही है।' गोरखपुर में भी मोदी ने योगी की मुक्तकंठ से सराहना करते हुए कहा था, 'योगी जी के राज में माफिया जेल में है तो निवेशक दिल खोल कर यूपी में निवेश कर रहे हैं। जबकि पहले अपराधियों को संरक्षण दिया जाता था।'

गृह मंत्री अमित शाह भी योगी की कार्यशैली के मुरीद रहे हैं। बस्ती में शाह ने कहा था, योगी जी ने उत्तर प्रदेश को दंगामुक्त बनाकर विकास को और गति दी। यूपी में अब चौतरफा परिवर्तन दिख रहा है। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद कहीं भी माफिया नहीं दिखता है। माफिया का तो सफाया हुआ ही है, पलायन का भय दिखाने वाले खुद ही पलायित हो गए। पहले यूपी में पुलिसवाले बाहुबलियों को देखकर डरते थे लेकिन आज पुलिस को देखते ही बाहुबली गले में पट्टी लटकाकर कहते हैं, हम शरण में हैं, हमें गोली मत मारो। यह परिवर्तन योगी सरकार के कारण आया है।' 

राजनाथ सिंह का एक बयान काफी चर्चा में रहा। बकौल राजनाथ सिंह, 'अपराधियों का मनोबल तोड़ना और सज्जनों का मनोबल बढ़ाना ही सत्ता का धर्म है। सीएम योगी आदित्यनाथ यही कर रहे हैं। इस सच्चाई को कोई भी नहीं नकार सकता, यहां तक हमारे विरोधी भी, कि यूपी में योगी आदित्यनाथ एक ऐसी शख्सियत हैं जिनका नाम लेते ही अपराधियों का दिल धड़कने लगता है।' 

राजनाथ ने योगी के जिस सत्ता धर्म का बखान किया, उसे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शत प्रतिशत नम्बर दे चुके हैं। यहां उस समय जेपी नड्डा के गोरखपुर में दिए गए एक बयान का जिक्र लाजिमी लगता है। नड्डा ने कहा था, 'उत्तर प्रदेश में एक वक्त वह भी था जब सूर्यास्त के साथ ही उत्तर प्रदेश ठहर जाता था। बहू बेटियां सुरक्षित नहीं थीं। वर्ग विशेष के लोग अपने हिसाब से कानून चलाते थे। लेकिन, अब हालात बदल गए हैं। अब दरिंदे कोर्ट में अपील करते हैं कि हमें जेल में डाल दो या किसी अन्य राज्य भेज दो। यह परिवर्तन योगी जी लाए हैं।

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