Prayagraj Bus Conductor Attack: आरोपी लारेब ने पूछताछ में किए कई खुलासे, पाक मौलाना से प्रभावित होकर रची थी साजिश
लखनऊ / जय कृष्णाः प्रयागराज जिले में बस कंडक्टर पर चापड़ से हमला करने वाले आरोपी छात्र लारेब हाशमी से पूछताछ में कई अहम और चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। शुरुआती जांच में सामने आया है, कि आरोपी छात्र ने पाकिस्तानी मौलाना से प्रभावित होकर हमले की खौफनाक साजिश रची थी। वह कंडक्टर हरिकेश विश्वकर्मा का सिर तन से जुदा करना चाहता था।
जिहादी वीडियो देख रहा था लारेब हाशमी
यूपी पुलिस और एटीएस की टीमें लारेब हाशमी के निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में फीस व अन्य खर्चों को लेकर फंडिंग पर जांच कर रही हैं। लारेब के पिता व अन्य परिवार वालों से भी पूछताछ की जा रही है। आरोपी छात्र लारेब हाशमी के लैपटॉप और बरामद मोबाइल फोन की सर्च हिस्ट्री में लारेब के जिहादी वीडियो देखने की पुष्टि हुई है। बताया जा रहा कि बीते करीब 8 महीने से सुबह 4 बजे तक लारेब हाशमी जिहादी वीडियो देख रहा था।
कंडक्टर से विवाद होने पर की हमला करने की प्लानिंग
गोरखपुर में मंदिर हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा की तरह ही लारेब हाशमी भी यूट्यूब के जरिए सेल्फ रेडिकलाइज्ड हो चुका था। पाकिस्तान के मौलाना खादिम हुसैन रिजवी के सबसे ज्यादा वीडियो 2 महीने में लारेब हाशमी ने देखे। बस कंडक्टर हरिकेश विश्वकर्मा से हुए विवाद के बाद उसने हमला करने की प्लानिंग की। प्रयागराज पुलिस के साथ एटीएस की टीमों ने लारेब हाशमी के जिहादी कनेक्शन की पड़ताल तेज कर दी है। पुलिस टीमों ने आरोपी छात्र का लैपटॉप, मोबाइल फोन, पेन ड्राइव समेत कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण कब्जे में लिए हैं। जिन्हे फोरेंसिक जांच के लिए लैब भेजा गया है।
लारेब हाशमी पर सुरक्षा एजेंसियों की नजर
मौलाना और कट्टरपंथियों की तकरीरे सुनकर बस परिचालक पर हमला करने वाले आरोपी छात्र लारेब हाशमी पर सुरक्षा एजेंसियों की भी नजर है। छात्र के आतंकी कनेक्शन, गैर कानूनी फंडिंग समेत कई बिंदुओं पर जांच पड़ताल की जा रही है। छात्र लारेब ने जिस तरीके से बस कंडक्टर हरिकेश विश्वकर्मा पर हमला करने के बाद वीडियो बनाया और उसे वायरल किया। यह एक सामान्य घटना से बिल्कुल अलग है। यही वजह है, कि पुलिस के साथ यूपी एटीएस की टीमें भी मामले की जांच पड़ताल में जुट गई हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक लारेब हाशमी के घर से बरामद मोबाइल फोन और लैपटॉप से भी कई अहम खुलासे हो सकते हैं। आरोपी छात्र के मोबाइल और लैपटॉप के डिलीटेड डाटा को भी रिकवर किया जा रहा है। छात्र ने बस कंडक्टर पर हमला करने के बाद अपने मोबाइल से कुछ फोटो और वीडियो डिलीट कर दिए थे, जिन्हें रिकवर करने के लिए साइबर एक्सपर्ट की मदद ली जा रही है। आरोपी छात्र सोशल मीडिया पर भी एक्टिव था, वह कई ग्रुपों में जुड़ा हुआ था, जिसमें मौलानाओं की तकरीरों के वीडियो भेजे जाते थे।
बस कंडक्टर से बीस रुपए के लिए हुए विवाद
20 वर्षीय आरोपी लारेब के जवाब सुनकर न सिर्फ यूपी पुलिस बल्कि सुरक्षा एजेंसियों के भी कान खड़े हो गए हैं। अब सवाल उठ रहा है कि लारेब हाशमी का हमला करने के पीछे इरादा क्या था, क्या महज बीस रुपए के विवाद में वह बस कंडक्टर की जान लेना चाहता था। या फिर बस कंडक्टर पर हमला कर वह कोई संदेश देना चाहता था। क्या लारेब हाशमी किसी आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ है। क्या उसके साथ और भी कई लोग इस ग्रुप में शामिल हो सकते हैं। इन तमाम सवालों के जवाब तलाशने के लिए बारीकी से मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।