UP पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा लीक मामला, अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन, दोबारा परीक्षा कराने की मांग
ब्यूरो: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती की ओर से आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का आरोप लगाते हुए आज यानि शुक्रवार को हजारों अभ्यर्थियों ने लखनऊ के ईको गार्डेन में प्रदर्शन किया। उन्होंने भर्ती बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी करते हुए फिर से परीक्षा कराने की मांग की है। इस दौरान प्रदर्शनस्थल पर पीएसी समेत भारी पुलिस बल मौजूद रहा।
वहीं दूसरी तरफ यूपी पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा हुआ है कि यह एक पूर्व नियोजित घटना थी। लखनऊ के मोहन लाल गंज थाने के कृष्णानगर थाने में तैनात पुलिस इंस्पेक्टर राम बाबू सिंह ने एफआईआर दर्ज कराते हुए बताया कि 18 फरवरी को सिटी मॉडर्न एकेडमी स्कूल, अलीनगर सुनहरा में पुलिस भर्ती परीक्षा हो रही थी।
पुलिस इंस्पेक्टर ने बताया कि परीक्षा की दूसरी पाली में केंद्र पर अवर अभियंता सिंचाई विभाग स्टेटिक मजिस्ट्रेट अंबरीश कुमार वर्मा, अवर अभियंता लोक निर्माण विभाग लखनऊ स्टेटिक मजिस्ट्रेट सौरभ यादव और केंद्र व्यवस्थापक प्रियंका सोनी ड्यूटी पर थे। शाम करीब 4:55 बजे कक्ष संख्या 24 इंस्पेक्टर वंदना कनौजिया और विश्वनाथ सिंह ने सूचना दी कि अभ्यर्थी सत्या अमन कुमार पर्ची से नकल कर ओएमआर शीट भर रहा है। इस सूचना पर जब अभ्यर्थी की तलाशी ली गयी तो उसके पास से विभिन्न प्रश्न पर्चियां बरामद हुईं। जब उससे पूछताछ की गई तो उसने कबूल किया कि करीब 12 बजे उसके एक परिचित नीरज ने उसके व्हाट्सएप पर उत्तर भेजे थे, जिसे उसने एक कागज की पर्ची पर लिखा था और उससे कॉपी कर रहा था।
इंस्पेक्टर राम बाबू के मुताबिक परीक्षा केंद्र के स्ट्रांग रूम में रखे अभ्यर्थी के मोबाइल की जांच की गई तो उसके व्हाट्सएप पर दोपहर 12:56 बजे नीरज के नंबर से हस्तलिखित उत्तर भेजा गया था। मिलान केंद्र पर बांटे गए प्रश्नपत्र से जब इसका मिलान किया गया तो यह देखकर सभी हैरान रह गये कि व्हाट्सएप पर भेजे गये सभी उत्तर प्रश्नपत्र से मेल खा रहे थे. दिन में भेजे गए उत्तर शाम की पाली के प्रश्नपत्रों की संख्या से अलग थे, लेकिन सभी प्रश्नों के उत्तर मेल खाते थे। ऐसे में 18 फरवरी को दूसरी पाली में हुई परीक्षा का यह पेपर सुनियोजित तरीके से लीक किया गया है।