बाजरा और जौ की दुकान खोलने के लिए 20 लाख तक आर्थिक मदद देगी योगी सरकार
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने बाजरा स्टोर खोलने के लिए आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है। राज्य सरकार ने शहरों में मोबाइल आउटलेट चलाने और बाजरा स्टोर खोलने के लिए सब्सिडी देने का फैसला किया है, जिससे छोटे व्यापारियों और किसानों के बीच उत्साह देखने को मिल रहा है।
अपने उत्तर प्रदेश बाजरा पुनरुद्धार कार्यक्रम के तहत योगी सरकार प्रत्येक मोबाइल आउटलेट के लिए 10 लाख रुपये और स्टोर खोलने के लिए 20 लाख रुपये देगी। ये मोबाइल आउटलेट और स्टोर बाजरा, जौ और अन्य सभी प्रकार के मोटे अनाज की बिक्री करेंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार के आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार इस कार्यक्रम के तहत दी जाने वाली कुल राशि में से 75 प्रतिशत बाजरा के लिए और 25 प्रतिशत दुकानों की साज-सज्जा और रख-रखाव के लिए उपयोग किया जाना है। ये आउटलेट किसानों, छोटे व्यापारियों, महिला स्वयं सहायता समूहों और छोटे व्यापारियों द्वारा खोले और संचालित किए जाएंगे।
इसके अलावा, राज्य सरकार ने स्कूली पाठ्यक्रम में मोटे अनाज के लाभ, उपयोग और खेती की प्रक्रिया को शामिल करने का भी निर्णय लिया है। बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग को बाजरा पर अध्याय वाले एक पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए कहा गया है।
राज्य सरकार ने अपने बजट में बाजरा की खेती को बढ़ावा देने के लिए 110 करोड़ रुपये का फंड पहले ही आवंटित कर दिया है। उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र ने 2023 को बाजरा वर्ष के रूप में मनाने की घोषणा की है।
मोटे अनाज के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए यूपी सरकार ने वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में इससे बना 'प्रसादम' तैयार करने और वितरित करने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार ने वाराणसी में महिलाओं को मोटे अनाज से प्रसादम बनाने का प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है।
इतना ही नहीं राज्य सरकार ने होटल और रेस्टोरेंट मालिकों से बाजरा से बने व्यंजन परोसने को कहा है। पर्यटन विभाग ने बाजरा और अन्य मोटे अनाज से बने व्यंजनों को बढ़ावा देने के लिए मेलों का आयोजन करने का निर्णय लिया है। अधिकारियों के अनुसार रसोइयों को बाजरे के व्यंजन पकाने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा।