15 Jan, 2025
नागा साधु पहले कर देते हैं अपना पिंडदान, फिर कैसे होता है अंतिम संस्कार?
नागा साधुओं का जीवन काफी कठिन होता है। वे अपना घर, परिवार, सांसारिक जीवन सब कुछ त्याग कर देते हैं।
Source: Google
नागा साधु बनने से पहले वे अपना पिंडदान भी कर देते हैं।
Source: Google
लेकिन क्या आप जानते हैं कि जब नागा साधु की मृत्यु होती है तो उनका अंतिम संस्कार कैसे होता है?
Source: Google
हिंदू धर्म के मुताबिक, मृत्यु के बाद शरीर का दाह संस्कार किया जाता है।
Source: Google
नागा साधु अपना पिंडदान पहले ही कर देते हैं, इसलिए मृत्यु के बाद उनके शरीर को जलाया नहीं जाता।
Source: Google
नागा की चिता को आग नहीं दी जाती। मान्यता है कि उनके शरीर को अग्नि देने से दोष लगता है।
Source: Google
नागा साधु को समाधि दी जाती है। उनमें दो तरह की समाधि होती है- जल और भू।
Source: Google
अब प्रदूषण ज्यादा है, इसलिए नागा साधु के शरीर को सिद्ध योग मुद्रा में बैठाकर भू-समाधि दी जाती है।
Source: Google
मान्यता है कि नागा साधु अपना तन और मन पहले भगवान को समर्पित कर चुके होते हैं।
Source: Google
इसलिए मृत्यु के बाद भी वे उसी अवस्था में रहते हैं।
Source: Google
'खूबसूरत साध्वी' कहे जाने वाली हर्षा रिछारिया के बारे में हैरान कर देने वाली बातें!