पूर्वांचल के साथ अब अखिलेश यादव को पश्चिम से भी लग सकता है बड़ा झटका
लखनऊ (जय कृष्णा): देश की सियासत में अखिलेश यादव भले ही नए मोर्चे को लेकर सक्रिय हो लेकिन उत्तर प्रदेश में उन्हें लगातार झटके ही लग रहे हैं। पहले जहां पूर्वांचल से सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर और बीते विधानसभा चुनाव में सपा के टिकट पर विधायक चुने गए दारा सिंह चौहान भाजपा की ओर पहुंच गए तो वहीं अब पूर्वांचल के साथ पश्चिमी यूपी में भी सपा को भाजपा झटका देने की तैयारी में है।
पश्चिमी यूपी में सपा को लग सकता है झटका
सूत्रों के हवाले से ऐसी जानकारी निकल कर सामने आ रही है कि पश्चिमी यूपी से आने वाले अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे साहब सिंह सैनी भाजपा का दामन थाम सकते हैं। इनके अलावा आरएलडी से आने वाले बहुजन समाज पार्टी से कभी सांसद रहे राजपाल सैनी भी भाजपा का रुख कर सकते हैं। आपको बताते चलें, ये दोनों नेता पिछड़े समाज से आते हैं और पश्चिमी यूपी में अपना रसूख भी रखते है। अगर यह दोनों नेता भाजपा की तरफ रुख करते हैं तो मतलब साफ है कि पश्चिमी यूपी में भाजपा पिछड़ा वर्ग के वोट बैंक में बड़ी सेंध लगा सकती है।
सियासी गलियारों में इन नामों पर भी हो रही चर्चा
भाजपा की नजर पश्चिमी यूपी के साथ पूर्वांचल पर भी लगातार बनी हुई है और अब सियासी गलियारों में चर्चा है कि समाजवादी पार्टी की ओर से सुषमा पटेल और जगदीश सोनकर भी भाजपा का रुख कर सकते हैं। ये दोनों नेता जौनपुर से आते हैं इसी को देखते हुए इनकी जरूरत भाजपा में और बढ़ जाती है क्योंकि यह इलाका भाजपा के लिए बड़ी चुनौती रहा है। भाजपा ने जहां 2024 के लिए 80 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है तो उसी को देखते हुए इस बार इस इलाके में भाजपा हर तरीके से अपने आपको मजबूत करने का प्रयास कर रही है। सुषमा पटेल जहां ओबीसी समाज से आती है तो जगदीश सोनकर दलित समाज से आते हैं। इस तरह से अगर भाजपा लोकसभा चुनाव में अपने परंपरागत वोटर के साथ पिछड़ों और दलित को भी साथ ला पाती है तो उसका आस पास की कई सीटों पर इसका प्रभाव पड़ेगा।
इन चारों के भाजपा में सोमवार को जॉइनिंग की चर्चा जोरों पर है हालांकि अभी इसकी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।