लोकसभा चुनाव के लिए मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में 'मोदी मित्र' अभियान शुरू करेगी बीजेपी
लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने मुस्लिम समुदाय को लुभाने के लिए कमर कस ली है। मुस्लिमों को पार्टी में लाने के लिए आक्रामक रुख अपनाते हुए भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा 20 अप्रैल से फरवरी 2024 तक एक विशेष 'मोदी मित्र' आउटरीच कार्यक्रम शुरू करेगा।
पार्टी ने 65 मुस्लिम बहुल लोकसभा सीटों का चयन किया है जहां मुस्लिम आबादी 30 फीसदी से ज्यादा है। भाजपा का अल्पसंख्यक मोर्चा इस अभियान की शुरुआत ईद के बाद करेगा।
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने कहा कि हम 20 अप्रैल से फरवरी 2024 तक एक मुस्लिम सगाई कार्यक्रम ‘मोदी मित्र’ शुरू कर रहे हैं। इसके लिए हमने देश भर में 65 लोकसभा सीटों की पहचान की है, जहां मुस्लिम आबादी 30 प्रतिशत से अधिक है। इस आउटरीच अभियान के तहत हमारा लक्ष्य उन मुसलमानों से है जो किसी भी राजनीतिक दल से संबंधित नहीं हैं और पीएम मोदी की योजनाओं से प्रभावित हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे आकलन के अनुसार प्रत्येक लक्षित लोकसभा सीट में कम से कम 5,000-10,000 लोग हैं। हम उनसे बात करेंगे और उनका फीडबैक लेंगे कि कैसे सरकारी योजनाओं ने उनकी मदद की और सुधार करने के लिए आगे क्या किया जा सकता है। हम अगले साल फरवरी में उन सभी के पीएम मोदी के 'संवाद' की भी योजना बना रहे हैं।
इस अभियान के तहत भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा इन सभी लोकसभा सीटों पर अलग-अलग कार्यक्रम चलाएगा। डोर-टू-डोर अभियान से लेकर सोशल मीडिया के उपयोग, छोटे सेमिनार, विज्ञापन अभियान आदि तक, पार्टी मुस्लिम समुदाय के लिए मोदी सरकार के कल्याणकारी कार्यों का प्रदर्शन करेगी।
भाजपा सभी क्षेत्रों के लोगों तक पहुंचने की योजना बना रही है, चाहे वे डॉक्टर, इंजीनियर, सामाजिक कार्यकर्ता, पत्रकार, प्रोफेसर आदि हों। बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रमुख ने कहा कि उन्हें पार्टी से जोड़ने के लिए उन्हें 'मोदी मित्र' बनाया जाएगा ताकि मुसलमानों के बीच मोदी सरकार के संदेश और नीतियों को बेहतर तरीके से पहुंचाया जा सके।
देश में मुसलमानों की आबादी 14 फीसदी है, जो राजनीतिक तौर पर काफी अहम मानी जाती है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद से बीजेपी मुसलमानों के बीच अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रही है, लेकिन मुसलमानों का दिल अभी तक नहीं पिघला है। बीजेपी अच्छे से जानती है कि अगर वह इस समुदाय से जुड़ जाती है तो आगे की राह काफी आसान हो जाएगी। इसलिए बीजेपी मुसलमानों के दिलों में जगह बनाने के लिए कई तरह से काम कर रही है।