मॉनसून सत्र का अंतिम दिन, CM योगी का विपक्ष पर तंज, 'तुम्हारे पांव के नीचे जमीन नहीं, कमाल ये है फिर भी तुम्हें यकीन नहीं'
लखनऊ: यूपी विधानसभा के मॉनसून सत्र का आज पांचवां और अंतिम दिन है. विधानसभा सत्र का आज का दिन सबसे महत्वपूर्ण है और इसके हंगामेदार होने के आसार भी हैं. नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के संबोधन के बाद सीएम योगी आदित्यानथ सदन में दे रहे जवाब.
सीएम योगी का विपक्ष पर वार
सीएम योगी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि 2024 में तो हम आ ही रहे और अगर आप लोगों की यही प्रवृत्ति रही तो 2027 में आप यहां बैठने लायक नहीं बचेंगे. 2024 में क्या होना है यह लोकसभा में तय हो चुका है.
मैं नेता प्रतिपक्ष को देता हूं धन्यवाद- सीएम
सीएम ने कहा कि मैं धन्यवाद दूंगा नेता प्रतिपक्ष को की गोरखपुर की चिंता हुई है. कल रात में गोरखपुर में बारिश हुई है लेकिन वहां सभी खुश हैं क्योंकि उनको सब पता है कि जलभराव नहीं होगा. नेता विरोधी दल गरीबों की बात करते हैं इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी इनको कभी नहीं दिखी. दलित , पिछड़ा और अति पिछड़ा जाति के बच्चे इंसेफलाइटिस से मरते थे ,तो क्या वह पीडीए नहीं था क्या ? मुझे गर्व है कि मेरी सरकार ने पूरी उत्तर प्रदेश की इंसेफलाइटिस की समस्या को खत्म करने का काम किया है. आज मरीज सरकारी अस्पताल में इसलिए आ रहे हैं क्योंकि उनका दवा और डॉक्टर मिल रहे है.
यूपी हमारे लिए परिवार आपके लिए वोट- सीएम
उत्तर प्रदेश की जनता हमारे लिए परिवार है आपके लिए वह वोटर हो सकता है. विरासत में हमें जर्जर व्यवस्था मिली थी उसको सही करने में थोड़ा समय लगा लेकिन अब सही हो रहा है. विश्वास नहीं था तो जनता ने आपको फिर से क्यो नकार दिया. 2024 में आपका खाता भी नहीं खुलने वाला है. 2024 में डबल इंजन की सरकार फिर से रिपीट करेगी. चाचू अपना रास्ता अभी से तय कर लीजिए. यह आपके साथ ही न्याय नहीं करेंगे, जब भी आपका नाम आता है उसे काट दिया जाता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने मित्र ओमप्रकाश राजभर से कुछ सीख लीजिए - मुख्यमंत्री
सत्य को स्वीकार करने की सामर्थ्य होनी चाहिए-सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2012 की सरकार में चाचा और भतीजे किए द्वंद का शिकार लोग बने रहे. भतीजे को लगता था चाचा हावी न हो जाए इसलिए पैसे ही नहीं देते थे. 8 परियोजनाएं 2012-17 के बीच में पूरी हो पाई थी. 2017-22 में हमने 20 परियोजनाओं को पूरा किया है. 2012 में 1.95 लाख हेक्टेयर सिंचन क्षमता थी. 2017-22 में 23 लाख हेक्टेयर को सिंचाई सुविधा मिली. सीएम योगी ने कहा कि सच्चाई हमेशा कड़वी होती है. सत्य को स्वीकार करने की सामर्थ्य होनी चाहिए.
सीएम योगी का विपक्ष पर तंज
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं कमाल है कि फिर भी तुम्हें कोई यकीन नहीं. सीएम ने कहा कि जो बचपन से ही चांदी के चम्मच से खाने के आदी हैं वो गरीब की पीड़ा क्या समझेंगे? इन लोगों ने पिछड़ों और अति पिछड़ा के साथ क्या बर्ताव किया था यह पूरा देश जानता है.
शिवपाल जी के प्रति हमारी बहुत सहानुभूति- सीएम
सीएम ने कहा कि अगर उन्होंने किसानों का ध्यान रखा होता तो सर्वाधिक किसानों ने आत्महत्या इनके कार्यकाल में नहीं की होती. सोना चांदी से प्यार करने वाले लोग किसान की पीड़ा नहीं समझ पाएंगे. आप की सरकार में सांड बूचड़खाने के हवाले होता था, हमारे समय में यह पशुधन के साथ जुड़ा हुआ है. शिवपाल जी के प्रति हमारी बहुत सहानुभूति है आपके साथ अन्याय हुआ है हम जानते हैं. सीएम ने कहा कि शिवपाल जी आपकी कीमत यह लोग नहीं समझेंगे
अन्य प्रदेशों के मुकाबले यूपी की स्थिति अच्छी
इस वर्ष मानसून की स्थित बहुत अच्छी नहीं कही जा सकती है. आज आधा उत्तर प्रदेश ऐसा है जहां बहुत कम बारिश हुई है. पश्चिम के कुछ जिलों में भी स्थित सही नहीं है. मानसून की ऐसी स्थिति होने के बावजूद उत्तर प्रदेश की स्थित अन्य प्रदेशों से अच्छी है. देश की कुल खेती लायक भूमि का 11% उत्तर प्रदेश में है. 11% की भूमि पर देश का 20% अन्न उत्पन्न करता है. सरकार किसानों को हर सम्भव मदद कर रही है. प्रदेश में किसानों को मुवाबजा देने का काम सरकार कर रही है.
इस समय पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बाढ़ आई है वहीं पर 40 जिलों में सूखा है. हमने नोडल अधिकारी बनाये, प्रभारी मंत्रियों ने भी काम किया. पहले बाढ़ पीड़ितों के सुखा ब्रेड दिया जाता था. पहले राहत आपदा कोष के पैसे का बंदरबांट कर लिया जाता था. हमने सरकार में आते ही आपदा किट बनाने का काम किया. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जहां बाढ़ आई थी वहां 26964 किट उपलब्ध कराई गई है. पशुओं के लिए भी सरकार ने पूरी व्यवस्था की.
अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा
सदन में अखिलेश यादव ने सीएम योगी से पूछा कि मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट सिस्टम कहां है? फ्रेट कॉरिडोर कहां है? अगर यह आपने बनाया है तो यह गोरखपुर होकर क्यों नहीं जा रहा है. यह सब पिछली सरकारों का बनाया गया है. अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा कि चैरिटी बिगिंस एट होम नेता सदन आपने अंग्रेजी अखबार को इंटरव्यू दिया है. गोरखपुर की कोई ऐसी गली बता दें जहां पानी न भरता हो. साढ़े छह से सीएम हैं लेकिन आप अपने क्षेत्र में जलभराव नहीं ठीक करा पा रहे हैं.
अखिलेश यादव ने सत्ता पक्ष को घेरा
इसके अलावा अखिलेश यादव ने कहा कि जंगली जानवरों से लोगों की जान जा रही है, किसान खेतों में नहीं जा पा रहे? उन्होंने कहा कि सांड से भी लोगों की जान जा रही है, सरकार के पास कोई योजना है इसके लिए? सपा सरकार में जब कोई घटना होती थी तो मदद मिलती थी, क्या नेता सदन उनकी मदद करेंगे?
उन्होंने कहा कि क्या माननीय सदस्य अमेरिका में यही देख कर आए थे? नेता सदन चाहे तो अपने ही जिले में सांड सफारी बना ले.
अखिलेश यादव ने उठाया कावड़ियों का मुद्दा
सदन में अखिलेश यादव ने कहा कि जो कावड़ियों ताजिया लेकर निकले थे उनकी जान गई है और कुछ लोग अभी भी घायल हैं. सरकार उन परिवार वालों की एक करोड़ रुपए की मदद करें चाहे वे हिंदू हो या मुस्लिम और उनके परिवार वालों को सरकारी नौकरी दे. अगर आप सरकारी नौकरी नहीं दे रहे हैं तो आपका फूल बरसाना, पैर धोना सब झूठ है. आज सरकार किसी की मदद क्यों नहीं कर रही?
निवेश को लेकर भी अखिलेश यादव ने उठाए सवाल
सरकार आज एक्सपोर्ट की बात कर रही, कहां एक्सपोर्ट हो रहा बातये? उन्होंने कहा कि गन्ना का भुगतान अभी भी बाकी हैं. सरकार किसानों की जमीन लेगी तो आय कहां से दुगनी होगी? उन्होंने कहा कि क्रॉप इंश्योरेंस के द्वारा किसानों की मदद करने की बात हुई थी, लेकिन आज तक किसी भी किसान को क्रॉप इंश्योरेंस का फायदा नहीं मिला. अखिलेश यादव ने सवाल किया कि हम किसान की मदद सर्किल रेट बढ़ा कर करते थे, सरकार क्यों नहीं करती है?
अखिलेश का स्वास्थ्य मंत्री पर निशाना
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अस्पतालो की हालत खराब हैं. अस्पताल में मरीजों को बेड नहीं मिल रहे. प्रदेश में मरीजों को दवा नहीं मिल रही. अस्पताल में कुत्ते और सांड घूम रहे हैं. नेता सदन को अपने अधिकारियों पर भरोसा नहीं है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य मंत्री बने है छापामार मंत्री.