मंदिरों के महासम्मेलन में बोले RSS प्रमुख- समय आ गया है अब देश और संस्कृति के लिए त्याग करें

By  Shagun Kochhar July 23rd 2023 08:59 AM

वाराणसी: वाराणसी में 30 देशों के 1600 मंदिरों का महासम्मेलन शुरू हो चुका है। रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में RSS प्रमुख मोहन भागवत ने इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान मोहन भागवत ने देश के सभी मंदिरों को लिस्टेड करने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि हमें मंदिरों को अपना-उनका कहकर छोड़ देने के बजाए एक साथ आगे आना चाहिए। 


संबोधन के दौरान भागवत ने कहा कि हमें गलियों के छोटे-छोटे मंदिरों की लिस्ट बनानी चाहिए। संगठित बल साधनों से संपूर्ण करना चहिए। हमें ये भी तय करना होगा कि हर मंदिर में रोज पूजा हो, सफाई रखी जाए और मिलकर सभी आयोजन करें। हमें निष्ठा और श्रद्धा को जागृत करना है। भागवत ने कहा कि हमें छोटे स्थान पर छोटे से छोटे मंदिर को समृद्ध बनाना है। 


वहीं आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत से पहले केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने भी संबोधन किया। उन्होंने कहा कि इन मंदिरों को जोड़कर भारत को दोबारा विश्व गुरु बनाएंगे। मंदिरों को जोड़कर मानस को सांस्कृतिक रूप से एक करेंगे। हर सनातनी का घर एक मंदिर है और मंदिर ही ऊर्जा है। उन्होंने कहा कि मंदिर जुड़ेंगे तो मन भी जुड़ेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे मंदिर केवल पूजा स्थल ही नहीं हैं। हमारे मंदिर सेवा, चिकित्सा, शिक्षा का केंद्र भी रहे हैं।


मंदिर पवित्रता का आधार हैं- भागवत

मोहन भागवत ने कहा कि, गुरुद्वारा जाना है तो पानी में होकर जाना होता है। जिससे मंदिर में लोग पवित्र होकर जाएं। लेकिन, ऐसा सभी मंदिरों में नहीं है। ऐसी ही स्वच्छता का ध्यान रखना है। ये सब मंदिरों में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि, मंदिर पवित्रता के आधार हैं। स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए। 


बता दें कि इस कार्यक्रम में देश विदेश के हिन्दू, बौद्ध, जैन मंदिरों और गुरुद्वारों के करीब 1000 प्रबंधक मौजूद हैं। वहीं, 600 मंदिरों के प्रतिनिधि वीसी के जरिए जुड़े हुए हैं। ऐसा पहली बार है जब देश में इतने बड़े स्तर पर इंटरनेशनल टेम्पल्स कन्वेंशन एंड एक्सपो (ITCX) हो रहा है।

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