गोरखपुर शादी में मिठाई खाने से 60 मेहमान बीमार; इनमें से 6 अस्पताल में भर्ती हैं
गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) : पिपराइच में रविवार रात एक विवाह समारोह में जहरीला खाना खाने से 60 से अधिक लोग बीमार हो गये। पिपराइच क्षेत्र के गोदावरी मैरिज हॉल में आयोजित समारोह में 'रस मलाई' मिठाई खाने के कुछ देर बाद उन्हें उल्टी होने लगी। पीड़ितों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिपराइच और बाद में जिला अस्पताल ले जाया गया।
उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। छह मरीज अस्पताल में भर्ती थे। अभी तक कोई हताहत नहीं हुआ है। पीड़ितों का अभी इलाज चल रहा है। जिला अस्पताल से सूचना मिलने के बाद 12 एंबुलेंस को रवाना किया गया। सीएमओ डॉ आशुतोष कुमार दुबे खुद मरीजों की देखभाल के लिए मौजूद रहे। जिले के अधिकारी व पुलिस मौके पर पहुंच गई। मैरिज हॉल को सील कर दिया गया। खाद्य विभाग ने मौके से मिठाई व अन्य खाद्य सामग्री के सैंपल लिए।
मरीजों की उल्टी-दस्त के कारण यह अनुमान लगाया जा रहा है कि समारोह में परोसी गई मिठाई या भोजन में कुछ मिलावट की गई होगी। आधिकारिक रिपोर्ट आने के बाद ही फूड प्वाइजनिंग की सही वजह सामने आ सकेगी। घटना उस वक्त हुई जब गोरखपुर के गोपालपुर निवासी राम अचल श्रीवास्तव की बेटी की शादी महराजगंज निवासी अशोक श्रीवास्तव के बेटे सचिन से होनी थी।
बारात आई और लोग नाश्ता करके विवाह समारोह की तैयारी कर रहे थे। खाना परोसा जा रहा था। इसी बीच मिठाई खाने वालों को थोड़ी ही देर में एक-एक कर उल्टी होने लगी। इसके बाद रात भर अस्पताल में खाना खाने वाले मेहमानों के आने से हंगामा मच गया। इस बीच आनन-फानन में लड़के-लड़की की शादी कराकर रात में ही लड़की की विदाई का काम पूरा कर लिया गया।
इस मामले में सीएमओ डॉ आशुतोष कुमार दुबे ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही उन्होंने मरीजों के इलाज की सभी व्यवस्थाएं शुरू कर दी हैं। एंबुलेंस को मौके के लिए रवाना कर दिया गया है। डॉक्टरों की टीम को अलर्ट किया गया। रात में ही करीब 15 मरीजों को पीएचसी पिपराइच में इलाज के बाद घर भेज दिया गया।
जिनकी हालत गंभीर बनी उन्हें भर्ती कर उपचार दिया जा रहा है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 6 से ज्यादा मरीज भर्ती हैं। शादी समारोह के लिए मछली और चिकन भी तैयार किया गया था. सभी खाद्य सामग्री के सैंपल लिए गए। एडीएम प्रशासन पुरुषोत्तम दास गुप्ता ने बताया कि प्राथमिक तौर पर मरीजों का इलाज किया गया है। सभी की हालत स्थिर है। जहां तक फूड पॉइजनिंग के मामले की जांच की जा रही है, किसी भी तरह की कमी पाए जाने पर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।