अखिलेश यादव ने बताया, क्या है स्वामी विवेकानंद की जयंती पर सबसे बड़ी श्रद्धांजलि ?
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने स्वामी विवेकानंद की जयंती पर श्रद्धांजलि दी है। अखिलेश ने श्रद्धांजलि देने के साथ-साथ एक नसीहत भी दी है।उन्होंने कहा, "स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर सबसे बड़ी श्रद्धांजलि ये होगी कि सब अपने ‘विवेक’ का सक्रिय-सदुपयोग करें, विवेक की निष्क्रियता समाज को जड़ कर देती है, जिससे समाज नकारात्मकता, संकीर्णता, हिंसक मनोवृति और राजनीतिक स्वार्थ के छल-कपट का शिकार होकर कुंठित हो जाता है।"
स्वामी विवेकानंद का नाम इतिहास में एक ऐसे विद्वान के रूप में दर्ज है, जिन्होंने मानवता की सेवा को अपना सर्वोपरि धर्म माना। अमेरिका के शिकागो में धर्मसभा में अपने धारा प्रवाह भाषण से अंतरराष्ट्रीय सुर्ख़ियों में आए भारतीय सन्यासी स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को बंगाल में हुआ था। स्वामी विवेकानंद अपने ओजपूर्ण और बेबाक़ भाषणों की वजह से काफ़ी लोकप्रिय हुए, ख़ासकर युवाओं के बीच। यही वजह रही कि उनके जन्मदिन को पूरा राष्ट्र ‘युवा दिवस’ के रूप में मनाता है।
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गौरतलब है कि स्वामी विवेकानंद ने मानवता की सेवा एवं परोपकार के लिए 1897 में रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। इस मिशन का नाम विवेकानंद ने अपने गुरु रामकृष्ण परमहंस के नाम पर रखा।