लखनऊ: ''ये जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों ने, लम्हों ने खत़ा की थी सदियों ने सज़ा पाई''... मुज़फ़्फ़र 'रज़्मी' का ये शेर आज की तारीख़ में आज़म ख़ान की ज़िंदगी पर काफ़ी हद तक सटीक बैठता है। दरअसल समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व विधायक, पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री आज़म ख़ान को हेट स्पीच मामले में सज़ा मिली थी, जिसके बाद उनकी विधानसभा सदयस्ता रद्द कर दी गई थी, जिससे रामपुर सीट खाली हो गई थी।
गौरतलब है कि हाल ही में रामपुर विधानसभा उपचुनाव हुए थे। उपचुनावों में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार आकाश सक्सेना ने समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता आज़म ख़ान के समर्थक आसिम राज़ा को क़रारी शिकस्त दी थी।
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अब रामपुर से भाजपा विधायक आकाश सक्सेना को आज़म ख़ान का सरकारी आवास भी मिल गया है। आपको बता दें कि आज़म ख़ान का सरकारी आवास दारुल सफ़ा 34B अब आकाश सक्सेना को एलॉट हो गया है।आपको बता दें कि क़रीब 40 सालों से यह आवास समाजवादी पार्टी नेता आज़म ख़ान के नाम पर रहा था, मगर अब जब आज़म ख़ान विधायक नहीं रहे हैं तो यह आवास आकाश सक्सेना को दे दिया गया है। आकाश सक्सेना वही शख़्स हैं, जिन्होंने आज़म ख़ान पर दर्जनों केस दर्ज करवाएं हैं।
हालांकि देखा जाए तो विधायकी जाने के बाद अब आवास जाना, आज़म ख़ान के लिए किसी झटके से कम नहीं है। एक समय सियासी केंद्र में अहम भूमिका निभाने वाले आज़म ख़ान अब कई तरह की मुश्किलों से घिर गए हैं। याद रहे कि उत्तर प्रदेश के रामपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बड़ा उलटफेर देखने को मिला था। असल में, यहां भाजपा ने पहली बार इतिहास रचा था। यहां समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आज़म ख़ान के गढ़ में भाजपा जीत गई थी। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी आकाश सक्सेना ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार आसिम रज़ा को 33,702 मतों से हराया था।