यूपी में डिजिटल योजनाओं को मिला पंख, ई-परियोजना के जरिए गावों को मिल रहा फ्री वाईफाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया के विजन को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने डिजिटल क्रांति की शुरुआत की है। इसमें राज्य के दूर-दराज इलाकों से भी युवा शामिल हो रहे हैं।
युवा और नवोदित उद्यमी सीएम योगी के हर गांव में इंटरनेट ले जाने के सपने को साकार करने के लिए स्टार्टअप शुरू कर रहे हैं। ऐसे ही एक स्टार्टअप ने राज्य के ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में डिजिटल क्रांति को बढ़ावा देने के लिए 5जी वाईफाई नेटवर्क विकसित किया है। एक महीने में 60 जीबी तक और एक दिन में 2 जीबी तक इंटरनेट का उपयोग करने के लिए कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है।
एक अधिकार बयान में कहा गया है कि हाई-स्पीड की बढ़ी हुई पहुंच के माध्यम से इंटरनेट, यहां तक कि ग्रामीण भी राज्य के डिजिटल परिवर्तन का लाभ उठा रहे थे। सहारनपुर के कुमार सत्यम ने सहारनपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल क्रांति को बढ़ावा देने के लिए एक वाईफाई नेटवर्क विकसित किया है।
सहारनपुर और उसके आसपास के इलाकों में मां शाकंभरी देवी मंदिर से एक पायलट प्रोजेक्ट के जरिए राज्य की डिजिटल योजनाओं को लागू करने के लिए जुड़े एक स्टार्टअप सत्यम के अनुसार उनके द्वारा विकसित एक विशेष प्रकार का उपकरण गांव की स्ट्रीट लाइटों और बिजली के खंभों पर लगाया गया था, जिसके माध्यम से इस उपकरण से पूरे गांव में वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध करायी गयी।
उन्होंने कहा कि माइक्रोडाटा को उन्नत एआई के माध्यम से नेटवर्क में फीड किया गया है, जिसमें कक्षा 1 से 12 तक के एनसीईआरटी पाठ्यक्रम को फीड किया गया है। इससे बच्चे भी ई-शिक्षा का लाभ उठा रहे हैं। इसकी सफलता के बाद सहारनपुर शहर और इसके आसपास के 27 गांवों को वाईफाई से जोड़ने का काम भी तेजी से चल रहा है। फिलहाल सहारनपुर शहर व आसपास के कुछ गांवों में लोग इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं।
सत्यम ने बताया कि आने वाले दिनों में सहारनपुर के 7000 से अधिक लोगों को इसका लाभ मिलेगा। उद्यमी कुमार सत्यम ने बताया कि सहारनपुर के गांव बलवंतपुर में लोगों को डिजिटल सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एक मॉडल पंचायत विकसित की जा रही है। इसके लिए विलेज इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का उपयोग किया जाएगा और केंद्र के माध्यम से एआई नेटवर्क, ई-शिक्षा, टेली-परामर्श सेवायें, सीसीटीवी, ई-गवर्नेंस सेवाओं और ई-कॉमर्स पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।