सरकारी दुकान पर बेची जा रही नकली थी शराब, गौरखधंधा करने वाला गिरफ़्तार
मिर्ज़ापुर/राजन गुप्ता: मिर्ज़ापुर के लालगंज थाना क्षेत्र के गंगहरा खुर्द में मौजूद देसी शराब की दुकान पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नवनीत सेहरा ने छापा मारा तो हड़कंप मच गया। दरअसल उन्होंने सरकारी देसी शराब की दुकान का निरीक्षण किया, निरीक्षण के दौरान पाया गया कि धड़ल्ले से नकली शराब बेची जा रही थी।
जानकारी के मुताबिक़ दुकान के पीछे वाले कमरे में मिलावटी शराब पानी में केमिकल डालकर बनाई जा रही थी। मौके पर भारी मात्रा में मिलावटी शराब, बब्ल्यू लाइम के नाम से खाली शीशी, रैपर के साथ शराब बनाए जाने का उपकरणों को ज़ब्त कर लिया गया है।
पीटीसी संवाददाता के मुताबिक़ ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने आबकारी विभाग को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। आबकारी विभाग ने बताया कि दुकान चकिया चंदौली निवासी दुखभंजन प्रसाद जायसवाल के नाम से है। मौक़े से 72 पेटी शराब, खाली शीशी रैपर और एक मिलावट करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार सेल्समैन दीपक कुमार ने बताया कि यह रंग मिला पानी शराब की शीशी की सील खोलकर शराब में मिलाकर दुबारा सील बंद कर देता है, जिस पर नकली स्टिकर चिपका कर बेचा जाता है। इस मामले के सामने आने के बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने हिदायत दी कि सेल्समैन आबकारी विभाग की ओर से जारी आइकार्ड गले में पहन कर ही शराब की बिक्री करें। बग़ैर आइकार्ड सेल्समैन शराब की बिक्री करते पाया गया तो उसके ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि नए साल को देखते हुए यह छापेमारी की जा रही है, ताकि किसी की जान के साथ खिलवाड़ नए वर्ष के जश्न में न होने पाए।
कुल-मिलाकर लब्बोलुआब ये है कि शराब कारोबारी द्वारा एक तो मिलावटी नकली शराब बेचकर लोगों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है, वहीं लाइसेंस की आड़ में नकली शराब बेचकर राजस्व विभाग को चूना भी लगाया जा रहा है। अगर सभी दुकानों पर इस तरह की चेकिंग अभियान चलाया जाए तो बड़े सिंडिकेट का खुलासा हो सकता है।
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