भारत लौटा कोरोना! दिल्ली में इमरजेंसी मीटिंग
नई दिल्ली/लखनऊ: चीन में फैल रहे कोरोना ने पूरी दुनिया की चिंता बढ़ा दी हैं। चीन में वेरिएंट BF.7 ने यहां कहर मचा दिया है और मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि हर हफ़्ते चीन में हज़ारों लोगों की जान जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कोरोना से जुड़े आंकड़ों को लेकर चिंता ज़ाहिर की है इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा कि एक बार फिर चीन से कोरोना महामारी की उत्पत्ति को बेहतर ढंग से समझने के लिए अनुरोधित डेटा को साझा करने को कहा है।
डब्ल्यूएचओ प्रमुख घेब्रेयसस ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि कोविड-19 के बाद की स्थिति की हमारी समझ से परे है और हम यह नहीं समझ पा रहे हैं कि संक्रमण के दीर्घकालिक परिणामों से पीड़ित लोगों का इलाज कैसे किया जाए। उन्होंने ये भी कहा कि आगे कहा कि इस महामारी की शुरुआत कैसे हुई, इस बारे में बारे में समझने के लिए सही डेटा की आवश्यकता है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी की है। इस अधिसूचना में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा है, "भारत अपने पाँच चरण वाले कोविड उपाय टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण और कोविड-उपयुक्त व्यवहार के पालन से कोरोना वायरस के संक्रमंण के विस्तार को रोकने में सक्षम है। चीन, जापान, ब्राज़ील, दक्षिण कोरिया और अमेरिका में कोरोना के तेज़ी से बढ़ते मामले को देखते हुए हम सभी पॉजिटिव केस की जीनोम सीक्वेंसिंग करें ताकि वेरिएंट को ट्रैक किया जा सके। सभी राज्यों से अपील है कि हर दिन सामने आने वाले कोरोना के मामलों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लैब में भेजें।"
कोरोना के आगामी खतरे के मद्दनेज़र स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इस वायरस से जुड़ी समीक्षा बैठक की है। कुल-मिलाकर देश में पहले जैसे हालात ना पैदा हों, इसके लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को मिल-जुलकर इस चुनौती का मुक़ाबला करना पड़ेगा, तभी देश को कोरोना के प्रकोप से बचाया जा सकता है। यही वजह है कि ख़ुद पीएम मोदी ने भी तमाम राज्य सरकारों को इस बाबत दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं और सबको कोविड से सावधान रहने की सलाह दी है।
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-PTC NEWS