मेटा के अलर्ट से पुलिस मुख्यालय लखनऊ के निर्देश पर फिरोजाबाद पुलिस द्वारा मात्र 10 मिनट के अन्दर मौके पर पहुँच कर, बचाई युवक की जान
उत्तर प्रदेश पुलिस एवं मेटा कम्पनी के मध्य 2022 से प्रचलित व्यवस्था के अंतर्गत यदि कोई भी व्यक्ति फेसबुक अथवा इंस्टाग्राम पर आत्महत्या किए जाने से सम्बंधित पोस्ट करता है तो ऐसी पोस्ट के सम्बंध में मेटा कम्पनी द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस को ई-मेल एवं फोन के माध्यम से अलर्ट भेजकर सूचित किया जाता है । 1 जनवरी 2023 से इस साल अब तक य आत्महत्या संबंधी पोस्ट पर प्राप्त अलर्ट का संज्ञान लेकर कुल 1597 व्यक्तियों के प्राणों की रक्षा उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा की जा चुकी है।
10 नवंबर को जनपद फिरोजाबाद के थाना रामगढ निवासी लगभग 22 वर्षीय फाइनेंस कंपनी में कार्यरत युवक द्वारा इंस्टाग्राम पर एक टेक्स्ट लिखकर पोस्ट किया गया कि कपूर की गोली खाने की वीडियो के साथ "देखते हैं कल सुबह तक ज़िंदा रहा तो, भगवान् के भरोसे खा तो लिया बस मरने का इंतज़ार है"। उक्त पोस्ट को मेटा कंपनी के अल्गोरिदम ने संभावित खतरे के बाबत भांपा। सोमवार की रात पैने बारह बजे मेटा कंपनी की तरफ से लखनऊ में पुलिस मुख्यालय स्थित सोशल मीडिया सेन्टर को ई-मेल के ज़रिए एलर्ट प्राप्त हुआ। जिसका तत्काल संज्ञान लेकर उच्चाधिकारियों को संज्ञानित कराया गया ।
यूपी डीजीपी राजीव कृष्ण द्वारा उक्त एलर्ट पर तत्काल कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। मेटा कम्पनी द्वारा भेजे गये अलर्ट का संज्ञान लेकर मुख्यालय की सोशल मीडिया सेन्टर द्वारा प्राप्त अलर्ट में उपलब्ध कराये गये मोबाइल नम्बर के आधार पर तत्काल युवक की लोकेशन की जानकारी करके जनपद फिरोजाबाद को प्रकरण से अवगत कराया गया । मुख्यालय द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना एवं लोकेशन पर थाना रामगढ के उप निरीक्षक मय पुलिस कर्मियों के मात्र दस मिनट के अन्तराल में युवक के घर पहुंच गए । पुलिस कर्मियों द्वारा परिजनों से जानकारी कर तत्काल युवक के पास पहुंचे तो देखा कि युवक उस समय बहुत अवसाद की स्थिति में खुद ही अपने सीने पर मुक्के मार रहा था और उलटी कर रहा था । पुलिसकर्मियों द्वारा परिजनों के सहयोग से युवक को अविलब घरेलू प्राथमिक उपचार देकर नजदीकी हॉस्पिटल में ले जाया गया, जहाँ पर चिकित्सक द्वारा युवक का उपचार किया गया । युवक के सामान्य होने पर, पुलिस कर्मियों द्वारा उससे जानकारी की गयी, तो उसके द्वारा बताया गया कि वह एक फाइनेंस कंपनी में काम करता है तथा उसने कंपनी से पैसा क़र्ज़ के रूप में लिया है जिसे वह नहीं दे पा रहा था । कम्पनी द्वारा पैसा वापसी का दबाव देने पर उसके द्वारा अवसाद में आकर आत्महत्या करने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया । स्थानीय पुलिस द्वारा समय से पहुँच कर, युवक को आत्महत्या करने से रोका गया एवं काउन्सलिंग की गयी, जिस पर युवक द्वारा भविष्य में ऐसी गलती नहीं करने का आश्वासन दिया गया । युवक के परिजनों द्वारा स्थानीय थाने के पुलिसकर्मियों की तत्परता तथा उनके सहयोग हेतु पुलिस को धन्यवाद दिया गया।