यूपी बोर्ड परीक्षा समाप्त, तीस साल में पहली बार नहीं हुई पुनर्परीक्षा
प्रदेश में शनिवार को माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित बोर्ड परीक्षा समाप्त हो गई। परीक्षा के बाद बच्चों के चहरे खिले दिख रहे थे जब कि परिणाम को लेकर कई छात्र अभी से चर्चा में लगे दिखे। तीस साल में ऐसा पहली बार हुआ जब किसी भी सेंटर का परीक्षा रद्द नहीं किया गया।
पूर्व के वर्षों में प्रश्नपत्रों के गलत खुलने की घटनाएं काफी होती रही हैं लेकिन इस बार कहीं ऐसा नहीं हुआ। फर्जी तरीके से परीक्षा दे रहे 133 मुन्ना भाई टाइप छात्रों को पकड़कर जेल भेजा गया। इंटर परीक्षा के अंतिम दिन तक 1 लाख 81 हजार 687 परीक्षार्थी गैरहाजिर रहे।
परीक्षा के बाद परीक्षार्थियों के चेहरे से परीक्षा का तनाव समाप्त हुआ तो बाहर निकलने पर जमकर रंगों में सरोवर होकर होली मनाने लगे। परीक्षार्थी अब तक अपने-अपने अंकों का मूल्यांकन पर परिणाम की चर्चा कर रहे है।
बता दें कि इंटर की परीक्षाएं 14 जबकि हाईस्कूल की परीक्षाएं 12 दिन चली। हाईस्कूल में 31 लाख 16 हजार 487 एवं इंटर में 27 लाख 69 हजार 258 परीक्षार्थी पंजीकृत हुए। कुल 58 लाख 85 हजार 745 पंजीकृत हुए। नकल माफियाओं ने इस बार विभिन्न स्कूलों से काफी संख्या में फर्जी फार्म भरवाया था।