उत्तर प्रदेश में इन्फ्लुएंजा के मामलों में वृद्धि, प्रमुख अस्पतालों ने परीक्षण में लायी तेजी

By  Shivesh jha March 16th 2023 06:09 AM

प्रदेश के कई अस्पतालों में डॉक्टरों ने बुखार, खांसी और सर्दी के रोगियों में स्पाइक की सूचना दी है, इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने इन्फ्लूएंजा परीक्षण के लिए रोगियों से नमूने एकत्र करना शुरू कर दिया है। यह कदम चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा निदेशालय द्वारा 15 मार्च को इन्फ्लूएंजा के प्रसार को रोकने के लिए एक सलाह जारी करने के बाद आया है। 

नोएडा में चाइल्ड पीजीआई, जीआईएमएस और सेक्टर 30 जिला अस्पताल के स्वास्थ्य अधिकारी नमूने एकत्र कर रहे हैं। गाजियाबाद में एमएमजी अस्पताल और संजय नगर जिला संयुक्त अस्पताल के स्वास्थ्य अधिकारी काम कर रहे हैं। चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा निदेशालय द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार राज्यों में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी के मामलों में वृद्धि हुई है। 

पत्र में यह भी दावा किया गया है कि इस तरह के मामले दिसंबर 2022 से बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम मेरठ मेडिकल कॉलेज और केजीएमयू लखनऊ को एकत्र किए गए नमूनों को यह देखने के लिए भेजेंगे कि कौन सा इन्फ्लूएंजा वायरस लोगों को संक्रमित कर रहा है। 

नोएडा में जिला निगरानी अधिकारी डॉ. अमित कुमार ने कहा, क्षेत्र में मौजूद रोकथाम के लिए मास्क पहनना, शारीरिक संपर्क से बचना और लक्षणों के मामले में तरल पदार्थों का सेवन करना जैसे कोविड प्रोटोकॉल शामिल हैं। डॉक्टरों ने कहा कि कुछ दिन पहले सरकारी ओपीडी में बुखार, खांसी और जुकाम जैसे लक्षणों वाले लोगों के 50-80 मामले देखे गए थे, लेकिन अब यह संख्या 200 प्रति दिन है। 

डॉक्टरों ने कहा कि इन्फ्लूएंजा वायरस मौसम में बदलाव के कारण होने वाले संक्रमण की तीव्रता को बढ़ा देता है। उन्होंने कहा कि पिछले दो महीनों से ओपीडी में आने वाले ज्यादातर लोगों ने लंबे समय तक खांसी, जुकाम और बुखार या सांस लेने में गंभीर परेशानी की शिकायत की है।

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