Uttar Pradesh By Election 2024: नामांकन प्रक्रिया शुरू, जानिए किन पार्टियों ने की उम्मीदवारों की घोषणा

By  Raushan Chaudhary October 18th 2024 02:55 PM

Uttar Pradesh By Election 2024: उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 9 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया आज (शुक्रवार) से शुरू हो गई है। चुनाव आयोग की अधिसूचना जारी होते ही प्रत्याशी पर्चा दाखिल कर सकेंगे। मतदान 13 नवंबर को होगा, जबकि मतगणना 23 नवंबर को की जाएगी।

सपा ने कुछ सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की

हालांकि, नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अभी तक किसी भी सीट के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। दूसरी ओर, समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने कुछ सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है।

कांग्रेस को दो सीटें

इंडी गठबंधन के तहत सपा ने कांग्रेस को 2 सीटें दी हैं, जिन पर कांग्रेस अपने उम्मीदवार खड़े करेगी। हालांकि, कांग्रेस ने 5 सीटें मांगी थीं, और सीट बंटवारे पर सहमति के बाद ही उसने अभी तक अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है। चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, 25 अक्टूबर तक उम्मीदवार नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं। 28 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी, और 30 अक्टूबर तक उम्मीदवार अपने नाम वापस ले सकेंगे।


उपचुनाव के लिए सीटों की जानकारी

यूपी की जिन 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है, उनमें प्रमुख सीटें हैं:

  1. फूलपुर: यहां से भाजपा के प्रवीण पटेल विधायक थे, जो लोकसभा चुनाव में सांसद बने हैं।
  2. खैर (अलीगढ़): भाजपा के अनूप प्रधान वाल्मीकि यहां से विधायक थे, लेकिन अब वे हाथरस लोकसभा से सांसद बन गए हैं।
  3. गाजियाबाद: भाजपा विधायक डॉ. अतुल गर्ग भी सांसद निर्वाचित हुए हैं।
  4. मझवां (निषाद पार्टी): विधायक डॉ. विनोद कुमार बिंद अब भदोही लोकसभा सीट से सांसद हैं।
  5. मीरापुर (रालोद): विधायक चंदन चौहान बिजनौर से सांसद बन गए हैं।
  6. करहल (सपा): विधायक अखिलेश यादव अब कन्नौज से सांसद हैं।
  7. कटेहरी (अंबेडकरनगर): सपा विधायक लालजी वर्मा भी सांसद निर्वाचित हुए हैं।
  8. कुंदरकी: विधायक जियाउर्रहमान बर्क ने संभल से लोकसभा चुनाव जीता है।
  9. मिल्कीपुर (अयोध्या): विधायक अवधेश प्रसाद फैजाबाद लोकसभा सीट से सांसद बने हैं, लेकिन इस सीट पर उपचुनाव की तारीख अभी घोषित नहीं की गई है।

इन उपचुनावों का राजनीतिक महत्व बढ़ता जा रहा है, और सभी दलों की नजरें इन नतीजों पर रहेंगी।

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