भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार ने विधानसभा में कहा कि राज्य में बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए राज्य में बिजली उत्पादन बढ़ाने की योजना है।
प्रश्नकाल के सत्र में सवालों का जवाब देते हुए ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि 2017 से 2022 के बीच राज्य में बिजली आपूर्ति के लिए कम से कम पांच तापीय परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। इन परियोजनाओं में (कुल क्षमता 5643 मेगावाट), 660 मेगावाट की क्षमता वाली हरदुआगंज थर्मल परियोजना को चालू कर दिया गया है जबकि जवाहरपुर विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (क्षमता 2x660=1320 मेगावाट), पनकी थर्मल परियोजना (क्षमता 1x660=660 मेगावाट), घाटमपुर थर्मल प्रोजेक्ट (क्षमता 3x660=1980 मेगावाट) और ओबरा 'सी' थर्मल प्रोजेक्ट (क्षमता 2x660=1320 मेगावाट) निर्माणाधीन हैं।
उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल के मध्य में बिजली उत्पादन के लिए हस्ताक्षरित 42 नवीकरणीय परियोजनाओं (कुल क्षमता 3970 मेगावाट) में से 31 परियोजनाएँ (कुल क्षमता 2412 मेगावाट) चालू हैं और 11 परियोजनाएँ (कुल क्षमता 1558 मेगावाट) निर्माणाधीन हैं।
इसके अलावा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में ओबरा (क्षमता 2x800 मेगावाट) और अनपरा (क्षमता 2x800 मेगावाट) में थर्मल प्रोजेक्ट स्थापित करने के लिए एनटीपीसी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं और क्षेत्र में 29,1914.8 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित किया गया है। नवीकरणीय ऊर्जा की। शर्मा ने कहा कि कुल 116 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए हैं।