ब्यूरो: Gorakhpur Link Expressway: उत्तर प्रदेश में लो लैंड के कारण जहां सामान्य सड़क बनाना ही दुरुह था, वहां योगी सरकार ने एक्सप्रेसवे बना दिया है। यह एक्सप्रेसवे सीएम योगी के दृढ़ संकल्प की नाजीर भी है। वैसे तो यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर से आजमगढ़ के बीच चार जिलों से गुजरता है लेकिन इसकी कनेक्टिविटी से राजधानी लखनऊ की राह भी और आसान हो रही है। रोड इंफ्रास्ट्रक्चर की सौगात का नाम गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे है। इसका 98 फीसदी काम पूरा होने के साथ वाहनों का आवागमन भी होने लगा है। इसके बन जाने से गोरखपुर से लखनऊ की दूरी 3.30 घंटे में पूरी हो जाएगी।
प्रदेश में रोड कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करने पर लगातार योगी सरकार काम कर रही है। नए साल में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर आवागमन की पूरी सुविधा के साथ इसका औपचारिक लोकार्पण भी करने की तैयारी में है। इस एक्सप्रेसवे से गोरखपुर क्षेत्र, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के जरिए लखनऊ, आगरा व दिल्ली तक तेज गति से यातायात कॉरिडोर से जुड़ रहा है।
98 फीसदी निर्माण कार्य पूरा
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे तीव्र संपर्क व बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करेगा। वहीं संबंधित क्षेत्र के जनमानस को भी एक दूसरे के और निकट लाने में मदद करेगा। यूपी एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी की ऑफिशियल वेबसाइट पर 23 दिसंबर तक जानकारी के मुताबिक गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का 98 फीसदी निर्माण कार्य पूरा हो गया है। मेन कैरिजवे में क्लिकरिंग एंड ग्रबिंग का काम 100 फीसदी, मिट्टी का काम 100 फीसदी पूरा कराया गया है। एक्सप्रेसवे पर कुल प्रस्तावित 343 संरचनाओं में से 337 बन चुके हैं। बाकी के निर्माण का कार्य तेजी से कराया जा रहा है।