ब्यूरो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई 2025 को ऑपरेशन सिदूर के संबंध में राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को और मजबूती से जारी रखेगा। मोदी ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान के साथ कोई भी वार्ता केवल आतंकवाद या पीओके के मुद्दे पर ही होगी।
ऑपरेशन सिदूर के बाद पहली बार देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने भारतीय सशस्त्र बलों, सैनिकों, वैज्ञानिकों और खुफिया एजेंसियों की बहादुरी को सराहा। उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुई घटना ने पूरे देश और विश्व को स्तब्ध कर दिया। इस घटना में मासूम लोगों को उनके धर्म के आधार पर निशाना बनाकर उनके परिवारों के सामने बेरहमी से हत्या की गई। मोदी ने इसे व्यक्तिगत रूप से गहरी पीड़ा देने वाला बताया और कहा कि इस घटना ने पूरे देश को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट कर दिया।
भारत ने पाकिस्तान के दिल पर प्रहार किया:
पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते। उन्होंने कहा, "ऑपरेशन सिदूर ने आतंकवाद के खिलाफ एक नया अध्याय शुरू किया है। पाकिस्तान सीमा पर हमला करने की योजना बना रहा था, लेकिन भारत ने उसके दिल पर प्रहार किया।"
उन्होंने आगे कहा, "यह युग युद्ध का नहीं है, लेकिन आतंकवाद का भी नहीं। अब स्वदेशी हथियारों का समय है। यदि पाकिस्तान को बचना है, तो उसे अपने आतंकी ढांचे को पूरी तरह नष्ट करना होगा। आतंक और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते, न ही आतंक और व्यापार एक साथ संभव हैं।"
आतंकवाद एक दिन पाकिस्तान को ही नष्ट कर देगा:
प्रधानमंत्री ने कहा, "ऑपरेशन सिदूर केवल एक नाम नहीं, बल्कि यह देश की जनता की भावनाओं और न्याय के प्रति दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। 6 मई की रात और 7 मई की सुबह को दुनिया ने इस संकल्प को वास्तविक परिणाम में बदलते देखा। पाकिस्तानी सेना और सरकार जिस तरह आतंकवाद को बढ़ावा दे रही हैं, वह एक दिन पाकिस्तान को ही खत्म कर देगा। यदि पाकिस्तान को बचना है, तो उसे अपने आतंकी ढांचे का खात्मा करना होगा।"