12 घंटों में दो हत्याओं से दहला फर्रुखाबाद, शिक्षक को मारी गई गोली तो दूसरे मामले में अधेड़ का ईटों से कुचल दिया गया सिर
फर्रुखाबाद: जिले में एक दिन में दो हत्याओं के मामले सामने आने के बाद सनसनी फैल गई. हत्यारोपी खुलेआम पुलिस को चुनौती दे रहे है. ताजा मामलों में अलग अलग दो थाना क्षेत्रों में 12 घंटे में दो हत्याएं हुई. जिले में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई तो दूसरे का ईटों से सिर कुचलकर मौत के घाट उतार दिया गया.
पहला मामला गैसिंगपुर गांव का
कोतवाली मोहम्मदाबाद क्षेत्र के गैसिंगपुर गांव के शिक्षक मनोज सिंह राठौर को गाली गलौज का विरोध करना महंगा पड़ा गया. आरोपियों ने बीती रात शिक्षक मनोज सिंह के घर जाकर गाली गलौज की. इसके बाद जब मनोज सिंह, उनकी पत्नी आशा देवी, बेटा अभय, छोटे भाई संजय सिंह और राजीव सिंह रात में रामप्रताप के नलकूप के पास वाले घर पर शिकायत करने गए तो वहां मौजूद आरोपियों ने शिक्षक के साथ पहले गाली गलौज की फिर उन्हें जमकर पीटी और विरोध करने पर लाइसेंसी बंदूक से सीने में गोली मार दी. परिजन गंभीर रूप से घायल मनोज को मोहम्मदाबाद सीएससी ले गए, जिसके बाद मनोज को लोहिया में रेफर किया गया. लोहिया अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर ने मनोज को मृत घोषित कर दिया. शिक्षक के मरने की जानकारी होते ही घर पर कोहराम मच गया. सीओ मोहम्मदाबाद ने मीडिया को घटना की जानकारी देते हुए बताया कि मामले की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है. दो आरोपियों को हिरासत में लेकर हत्या में प्रयोग की गई लाइसेंसी बंदूक और कारतूस बरामद कर लिए गए हैं.
दूसरा मामला गांव भटासा का
दूसरी घटना क्षेत्र के गांव भटासा की है. जहां 55 साल के हरिश्चंद्र कई सालों से परिवार से अलग संत महात्माओं के साथ रह रहे थे और संन्यास अपना लिया था. हरीश चंद्र के बेटे श्यामू के मुताबिक, उसके पिता रविवार की शाम ग्राम नरसिंहपुर में किसी के यहां दावत खाने आए थे. देर शाम जब वो वापस आ रहे थे तभी भटासा नहर पुलिया के पास अहमद शेर बाबेंगलुरु के खेत से निकले. इसी दौरान चक मार्ग पर अराजक तत्वों ने उनकी जूते के फीते से गला कसकर और ईट से कुचल कर बेरहमी से निर्मम हत्या कर दी. हत्यारे का अंगोछा पीले रंग का और हत्या में प्रयोग की गई ईट घटनास्थल पर ही पड़ी मिली.
वहीं शव के पास ही एक कच्ची शराब की थैली पड़ी हुई थी जिसमें शराब थी. श्यामू के अनुसार उसके पिता की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी वो महात्माओं के साथ हमेशा इधर-उधर घूमते रहते थे. कभी-कभी तो कई महीने घर नहीं आते थे. सूचना मिलने पर क्षेत्राधिकारी सोहराब आलम खान, क्राइम स्पेक्टर संतोष कुमार अवस्थी, कस्बा चौकी प्रभारी हरिओम त्रिपाठी घटनास्थल पर पहुंचे. साथी ही फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया. फिलहाल मामले की जांच चल रही है.