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कड़ियां जोड़ असद और गुलाम तक पहुंची यूपी STF, पुलिस को मिल गई थी सूचना

Important things related to Asad Ahmed encounter प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में ऐलान किया था कि जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है, उन्हें मिट्टी में मिला देंगे। मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद घटना में शामिल अतीक अहमद के बेटे असद और अन्य आरोपियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही थी। इस दौरान गुजरात की जेल में बंद अतीक अहमद को प्रयागराज पेशी के लिए लाए जाने पर परिवार के लोग अतीक अहमद की जान को खतरा बता रहे थे। अतीक के परिवार के लोगों ने उसकी सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री तक को पत्र लिखा था।

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Shagun Kochhar
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कड़ियां जोड़ असद और गुलाम तक पहुंची यूपी STF, पुलिस को मिल गई थी सूचना

ब्यूरो: प्रयागराज के बहुचर्चित उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रहा माफिया अतीक अहमद का बेटा असद गुरुवार को झांसी में यूपी एसटीएफ के साथ हुए एनकाउंटर में मार दिया गया। असद के साथ उसका सहयोगी शूटर गुलाम भी एनकाउंटर में मारा गया। इन दोनों पर पांच-पांच लाख रुपए का इनाम घोषित था। यूपी एसटीएफ के डीएसपी नवेंदु और विमल के नेतृत्व में फरार आरोपियों की तलाश कर रही टीम ने असद और गुलाम को मुठभेड़ में मार गिराया। आरोपियों के पास से विदेशी असलहे भी बरामद हुए हैं। झांसी के बड़ागांव थाना क्षेत्र में पारीछा डैम के निकट एनकाउंटर हुआ। 

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यूपी सीएम ने सदन में किया था ऐलान

प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में ऐलान किया था कि जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है, उन्हें मिट्टी में मिला देंगे। मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद घटना में शामिल अतीक अहमद के बेटे असद और अन्य आरोपियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही थी। इस दौरान गुजरात की जेल में बंद अतीक अहमद को प्रयागराज पेशी के लिए लाए जाने पर परिवार के लोग अतीक अहमद की जान को खतरा बता रहे थे। अतीक के परिवार के लोगों ने उसकी सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री तक को पत्र लिखा था।

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कड़ियां जोड़ने में लगी थी एसटीएफ 

वहीं दूसरी ओर यूपी एसटीएफ सरगर्मी से मामले के खुलासे में कड़ियां जोड़ने में जुटी थी। एसटीएफ की एक टीम पिछले महीने झांसी पहुंची थी और कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। तब पुलिस और एसटीएफ ने इस घटना के बारे में मीडिया को कुछ खास जानकारी नहीं दी थी, लेकिन एनकाउंटर के बाद साफ हो गया है कि एसटीएफ के पास इस घटना के आरोपियों के झांसी कनेक्शन की सटीक सूचना थी। एनकाउंटर के बाद यह भी साफ हो गया है कि एसटीएफ ने झांसी को लेकर जिस आशंका के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया था, वह आशंका आखिरकार सच साबित हुई। झांसी में ही असद और गुलाम का एसटीएफ से सामना हुआ और दोनों का खेल खत्म हो गया।

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बाइक सवार बदमाशों के पीछे थी एसटीएफ 

बताया जा रहा है कि कानपुर झांसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर एसटीएफ बाइक सवार असद और गुलाम के पीछे लगी थी। जैसे ही इन दोनों को इस बात का आभास हुआ, इन्होंने बचने के लिए पारीछा डैम की ओर भागने की कोशिश की। हाईवे से कुछ दूरी पर बड़ागांव थाना क्षेत्र में पारीछा डैम के पास जंगली इलाके में एसटीएफ के साथ हुए मुठभेड़ में दोनों मार दिए गए।

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