ब्यूरो: Agra: आगरा में 3 बीघा एरिया में फैक्ट्री बनाकर नकली देसी घी बनाई जा रही थी। नकली घी बनाने का काम ऑर्डर के हिसाब से होता था। फैक्ट्री के मालिक कॉल से ऑर्डर लेते थे, फिर डिमांड के हिसाब से बड़े ब्रांड की पैकिंग में नकली घी सप्लाई करते थे। छापे में पता चला है कि यहां 18 ब्रांड के नाम से पैकिंग की जाती थी। जांच में पता चला है कि फैक्ट्री में सिर्फ पांच लोग काम करते थे और मालिक का संपर्क राज्यों में है।
भारी मात्रा में मिला रॉ मैटीरियल
आगरा के ताजगंज में शमसाबाद रोड के पास मल्टी स्टोरी बिल्डिंग के बीच एक बड़ी जमीन में टीन शेड में ये गोदाम बनाया गया था। सदर और ताजगंज पुलिस ने छापा मारकर, नकली घी बनाने वालों का भंडाफोड़ किया है। गोदाम से बड़े-बड़े घी के ड्रम रखे मिले, इसके अलावा बॉयलर, पैकिंग मशीन रखी थीं। अंदर अमूल, पारस, पतंजलि समेत अन्य बड़े ब्रांड के घी की पैकिंग थी। वहीं गोदाम से आगे दूसरे गोदाम में पुलिस को नकली देसी घी बनाने का रॉ मैटीरियल मिला। इस गोदाम में बड़ी संख्या में रिफाइंड और वनस्पति घी रखा था। रिफाइंड के करीब 400 खाली टिन, यूरिया और ऐसेंस भी बरामद किया।
पुलिस ने मौके से मैनेजर और चार कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है। मैनेजर ने बताया कि वो 6 महीने से यहां पर नौकरी कर रहे हैं। मैनेजर ने बताया कि संचालक उनके मोबाइल पर ही ब्रांड के हिसाब से घी पैकिंग करने का ऑर्डर भेजते थे। उस ऑर्डर के हिसाब से ही वो लेबल चिपका कर पैकिंग कर देते थे। जिस डीलर को जिस ब्रांड के नकली घी की जरूरत होती थी, वो बस मोबाइल पर ऑर्डर देता था, उसके ऑर्डर के हिसाब से ही पैकिंग कर माल को ट्रक में लोड कर भेज दिया जाता था।