दिन-रात गोलियों के बीच रहने वाले अतीक की पिस्टल देखकर गीली हो गई थी पैंट, ईडी के पूर्व निदेशक ने सुनाया 15 साल पुराना किस्सा
ब्यूरो: एक वक्त था जब माफिया अतीक अहमद के नाम की उत्तर प्रदेश में तूती बोलती थी. लोग अतीक के साए से भी डरते थे, लेकिन आज अतीक मिट्टी में मिल चुका है. जिस तरह से डॉन अतीक की हत्या कर दी गई उसपर ये कहावत सही बैठती है कि गलत करने वालों के साथ गलत की होता है. वहीं अब अतीक के अतीत से एक किस्सा सामने आया है, जब लोगों को डराने वाला ये डॉन खुद इतना डर गया था कि 'इसकी पैंट गीली हो गई थी'.
2008 का है वाक्य...
दरअसल, माफिया अतीक अहमद को 2008 में दिल्ली की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था. अतीक राजू पाल की हत्या मामले में आरोपी था और फरार था.
ये खुलासा ईडी के पूर्व निदेशक करनाल सिंह ने किया है. करनाल सिंह ने बताया कि स्पेशल सेल सिर्फ नाम के लिए नहीं काम से भी बेहद स्पेशल होती है. स्पेशल सेल में शामिल करने के लिए बकायदा लोगों को जांच परख कर चुना जाता था. क्योंकि उनका काम बहुत कठिन होता है. जैसे आतंकवादियों के साथ डील करना. इस टीम को देश के टॉप क्रिमिनल्स की लिस्ट बनाने से लेकर उन्हें पकड़ने का काम दिया जाता है. इसी कड़ी में अतीक अहमद को दिल्ली की स्पेशल सेल ने पीतमपुरा से गिरफ्तार किया था.
अतीक की पैंट हो गई थी गीली
करनाल सिंह ने बताया कि जब स्पेशल सेल की टीम ने अतीक अहमद को पकड़ा था और जैसे ही उसकी कनपटी पर पिस्टल तानी और बताया कि टीम स्पेशल सेल से है तो डर के मारे अतीक की पैंट गीली हो गई थी. उस वक्त अतीक अहमद पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित था.
प्रयागराज में हुई अतीक की हत्या
आपको बता दें प्रयागराज में 15 अप्रैल को अतीक और उसके भाई अशरफ की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई. दोनों को पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच गोलियों से उड़ा दिया गया. पुलिस अभिरक्षा में दोनों को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था. वहीं पुलिस की सुरक्षा में दोनों की हत्या किए जाने से यूपी पुलिस पर भी कई सवाल खड़े हुए जिसकी जांच चल रही है.