ब्यूरोः आज से अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का पूजन प्रारम्भ हो गया है और ये पूजन 7 दिनों तक चलेगा। अगले 7 दिन तक प्राण प्रतिष्ठा के लिए अलग अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। भगवान राम का अयोध्या में स्वागत पूरे विधि विधान के साथ किया जाएगा। आइए जानते हैं 16 से 22 जनवरी तक कार्यक्रम का आयोजन....
- आज यानी 16 जनवरी को प्रयाश्चित एवम् कर्म कुटी पूजा के साथ धार्मिक अनुष्ठानों का दौर शुरू हो गया है।
- कल यानी 17 जनवरी को रामलला की अचल प्रतिमा राम जन्मभूमि परिसर में प्रवेश करेगी। बता दें मूर्तिकार योगीराज द्वारा बनाई गई प्रतिमा भव्य मंदिर में विराजमान होगी। प्राण प्रतिष्ठा के लिए भगवान की मूर्ति का 11 तरह से कर अधिवास जाएगा।
- 18 जनवरी को तीर्थ पूजन एवं जल यात्रा, जलाधिवास एवं गंधाधिवास होगा। साथ ही राम लला की मूर्ति का जल से स्नान होगा। फिर शाम के समय उनके शरीर पर सुगंधित द्रव्यों का लेपन होता है।
- 19 जनवरी की सुबह पहले रामलला की मूर्ति को औषधाधिवास में रखा जाएगा। इसके बाद केसराधिवास में रखा जाएगा और फिर घृताधिवास में रखा जाएगा। सायंकाल में रामलला की प्रतिमा को धान्याधिवास यानी अनाज, चावल आदि में रखा जाएगा।
- 20 जनवरी को प्रात सुबह रामलला को शर्कराधिवास में रखा जाएगा। फिर फलाधिवास यानी फल में उनको रखा जाएगा। फिर सांयकाल में रामलला की मूर्ति को पुष्पाधिवास यानी सुगंधित पुष्पों में रखा जाएगा।
- 21 जनवरी की सुबह राम लला की मूर्ति को मध्याधिवास यानी मधु यानी शहद में रखा जाएगा। फिर शाम के समय शय्याधिवास यानी शय्या पर लिटाया जाएगा।
- 22 जनवरी को रामलला भव्य मंदिर में विराजमान होंगे।
आपको बता दें 20 जनवरी से राम मंदिर के पट आम श्रद्धालुओं के लिए बंद हो जाएगा और प्रतिष्ठा के बाद यानी 23 जनवरी से रामलला के दर्शन होंगे।