ब्यूरो: UP NEWS: उत्तर प्रदेश के यात्रियों के लिए भी अब चिप लगे ई-पासपोर्ट उपलब्ध हो गए हैं। तीन साल के इंतजार के बाद भारतीय सुरक्षा प्रेस नासिक द्वारा खाली ई-पासपोर्ट बुकलेट जारी करने के बाद इस नई सुविधा को अनौपचारिक रूप से शुरू किया गया है।
मई या जून तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशभर में ई-पासपोर्ट शुरू कर सकते हैं। बहरहाल, आवेदक ई-पासपोर्ट की नई क्षमताओं के बारे में अधिक जानने के लिए पासपोर्ट कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। पासपोर्ट सर्विस प्रोग्राम 2.0 नामक सॉफ्टवेयर का उपयोग करके ई-पासपोर्ट जारी किए गए हैं। इस नए ई-पासपोर्ट में सुरक्षा से जुड़ी 41 विशेषताएं हैं जो व्यक्तियों के लिए बहुत फायदेमंद होंगी, जिससे यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा।
ई-पासपोर्ट से इमिग्रेशन प्रक्रिया में तेजी आएगी
चिप आवेदक के डिजिटल हस्ताक्षर, चेहरे की फोटो और बायोमेट्रिक को सुरक्षित रूप से रखेगी, जबकि वे पासपोर्ट सेवा केंद्र और पीओपीएसके पर दस्तावेज प्रक्रिया पूरी करेंगे। अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (आईसीएओ) के नियमों का पालन करने वाले 140 देशों के हवाई अड्डों पर इस नए ई-पासपोर्ट से इमिग्रेशन तेजी से होगा। इस नए ई-पासपोर्ट से पासबुक देने की जरूरत खत्म हो जाएगी। ई-पासपोर्ट के मुख्य कवर पेज पर चिप को स्कैन करने से यात्री की सारी जानकारी सामने आ जाएगी।
आपको बता दें कि ई-पासबुक और पिछली बुकलेट का लुक एक जैसा है। लखनऊ एयरपोर्ट पर ई-पासपोर्ट के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम लागू किया जाएगा। इससे इमिग्रेशन के दौरान ली गई लाइव इमेज और ई-पासपोर्ट में स्टोर फेस इमेज का तुरंत मिलान हो सकेगा। ऐसे में अगर कोई यात्री बिना ई-पासपोर्ट के एयरपोर्ट पर आता है, तो उसे इमिग्रेशन में तुरंत हिरासत में ले लिया जाएगा।